सरकार कोरोना वायरस से उपजे ख़तरे को लेकर सावधान और सचेत नज़र आ रही है और साथ ही एक्शन भी ले रही है। एक ओर जहाँ लोगों के मेडिकल टेस्ट की व्यवस्था की जा रही है, वहीं दूसरी तरफ जनता को जागरूक बनाने के लिए उन्हें बचाव के तमाम उपाय बताए जा रहे हैं। लेकिन, शाहीन बाग़ वाले न तो केंद्र सरकार की सुन रहे हैं और न ही दिल्ली सरकार की। शाहीन बाग़ में महिलाएँ धरने पर बैठी हुई हैं। सीएए के नाम पर चल रहे इस उवद्रव में भीड़ को देखते हुए कोरोना वायरस के फैलने का ख़तरा बढ़ गया है क्यों ये विशेषज्ञों की सलाहों की अवहेलना कर रहे हैं।
इसी बीच ताज़ा ख़बर आई है कि दिल्ली पुलिस शाहीन बाग़ प्रदर्शन स्थल पर पहुँची है, जहाँ से उपद्रवियों को हटने के लिए कहा गया है ताकि भीड़ न जुटे। केजरीवाल सरकार का आदेश है कि एक जगह पर कहीं भी 50 से ज्यादा लोग न जुटें। केंद्र सरकार ने भी बारम्बार कहा है कि लोग किसी भी प्रकार की सोशल गैदरिंग से दूरी बना कर रखें। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से कहा है कि कोरोना वायरस के फैलने के ख़तरे को देखते हुए वो जल्द से जल्द धरनास्थल को खाली करें।
रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के लोगों ने भी शाहीन बाग़ के प्रदर्शनकारियों से धरनास्थल खाली करने का अनुरोध किया। भारत में अब तक कोरोना वायरस के 126 मामले आ चुके हैं और 3 लोगों की मौत भी हो चुकी है। इनमें 22 विदेशी नागरिक शामिल हैं। मरने वाले लोग महाराष्ट्र, दिल्ली और कर्नाटक के हैं। दिल्ली में जहाँ अब तक 7 मामले आए हैं, वहीं उत्तर प्रदेश में कुल 13 मामले आए हैं। सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में अब तक 39 केस सामने आ चुके हैं। इसके बाद केरल का नंबर आता है, जहाँ अब तक 24 केस सामने आ चुके हैं।
Coronavirus: Delhi Police reach Shaheen Bagh, ask protesters to abandon site#ShaheenBagh #Coronavirus#covidindia #COVID2019https://t.co/5EL4OXaMoi
— India TV (@indiatvnews) March 17, 2020
हालाँकि, शाहीन बाग़ वालों ने सरकार की बात मानने से इनकार कर दिया था। शाहीन बाग़ के प्रदर्शनकारियों ने पूछा था कि 50 लोगों की भीड़ न जुटने वाले आदेश के पीछे का मेडिकल आधार क्या है? उन्होंने आरोप लगाया था कि कोरोना वायरस के नाम पर शाहीन बाग़ के प्रदर्शन को ख़त्म करने की साजिश रची जा रही है। उपद्रवियों ने आरोप लगाया था कि केजरीवाल लोगों से बात करने की बजाए सब को डरा रहे हैं।