वाराणसी के रोहनिया स्थित करनाडाडी हाईवे के ओवरब्रिज पर गुरुवार (29 जुलाई 2021) की रात हुए किराना व्यवसायी हत्याकांड का सोमवार (2 अगस्त 2021) को पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया। इस वारदात को किराना व्यवसायी की बेटी के प्रेमी ने अंजाम दिया था। बेटी के प्रेमी ने अपने दोस्त के साथ गोली मारी थी।
क्राइम ब्रांच व थाना रोहनिया पुलिस टीम ने किराना व्यवसायी राजेश जायसवाल की हत्या में आरोपित बेटी, उसके प्रेमी और एक अन्य को गिरफ्तार किया है। उनके पास से घटना में इस्तेमाल किया गया पिस्टल, बाइक और मोबाइल बरामद हुआ है। बता दें कि मिर्जामुराद थाने के तमाचाबाद निवासी किराना व्यवसायी राजेश जायसवाल (46) की हत्या गोली मारकर की गई थी। घटना के वक्त वो अस्पताल में भर्ती अपनी सास के लिए खाना लेकर जा रहे थे।
नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक एसपी ग्रामीण अमित वर्मा ने कहा कि हत्याकांड के खुलासे के लिए क्राइम ब्रांच वाराणसी ग्रामीण और थाना रोहनिया की संयुक्त टीम को लगाया गया था। शुरुआती जाँच में पता चला कि मृतक किराना व्यवसायी की पुत्री का प्रेम संबंध गाँव के ही मुस्लिम समुदाय के एक लड़के से था। सर्विलांस टीम ने घर के सभी सदस्यों के मोबाइल कॉल डिटेल को खँगालना शुरू किया।
इस जाँच में पता चला कि मृतक की बेटी की एक नंबर पर लगातार बात होती है। घटना वाले दिन भी उस नंबर पर काफी देर तक बात हुई थी। इसके बाद पुलिस ने उस नंबर को सर्विलांस पर लगाया। फिर आस-पास के लोगों से पूछताछ में पता चला बेटी का मुस्लिम समुदाय के युवक के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा है।
जाँच में यह भी पता चला कि एक साल पहले ही व्यवसायी को पता चला कि उसकी बेटी का संबंध जावेद है। जिसके बाद राजेश जायसवाल ने दोनों को बहुत डाँटा। इसके बाद भी दोनों एक दूसरे से शादी के लिए परिवार पर दबाव बनाते रहे। राजेश जायसवाल के नहीं मानने पर पुत्री और उसके प्रेमी ने उसे रास्ते से हटाने की योजना बना ली। बीते बृहस्पतिवार को पुत्री ने अपने प्रेमी को बताया कि उसके पिता नानी के लिए खाना लेकर अस्पताल जा रहे हैं। इस सूचना पर प्रेमी जावेद अहमद ने अपने साथी आकिब अंसारी के साथ बाइक से किराना व्यवसायी का पीछा किया। रोहनिया स्थित करनाडाडी हाईवे के ओवरब्रिज पर मौका देखकर किराना व्यवसायी को दो गोली मारी। मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
फिर उसी रास्ते वो घर लौटा और पूरी जानकारी मृतक की पुत्री को दी। पुलिस की पूछताछ में जावेद ने बताया कि हत्या में इस्तेमाल की गई पिस्टल 6 माह पहले बिहार के विक्रमगंज से खरीद कर लाया था। एसपी ग्रामीण अमित वर्मा ने बताया कि इस घटना के खुलासे में क्राइम ब्रांच प्रभारी अश्वनी चतुर्वेदी और रोहनिया थाना प्रभारी हरिनाथ भारती व उनकी टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
हत्या में करीबी पर ही घूम रही थी शक की सुई, बड़े भाई सहित तीन पर हुआ था मुकदमा
पुलिस की शुरुआती तफ्तीश में यही सामने आया था कि किसी करीबी ने ही वारदात को अंजाम दिया है। पहले बाकायदा राजेश की रेकी की गई और फिर सुनसान स्थल देख बदमाशों ने गोली मारी। 29 जुलाई की रात हत्याकांड के बाद मृतक के बड़े भाई और भतीजों समेत तीन के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज हुआ था।
बताया गया था कि जमीन विवाद को लेकर हत्या की गई थी। हालाँकि पुलिस की जाँच में मामला बिल्कुल अलग निकला। हत्याकांड के खुलासे के बाद गाँव में चर्चाओं का दौर तेज है। पुलिस ने सभी आरोपितों को जेल भेज दिया है।