Monday, December 23, 2024
Homeदेश-समाजदोस्त की बेटी को ड्रग्स भी देता था दिल्ली का अधिकारी, रेप के बाद...

दोस्त की बेटी को ड्रग्स भी देता था दिल्ली का अधिकारी, रेप के बाद पीड़िता से बोली थी खाखा की बीवी- तुमने ही उसे इशारे किए होंगे

ऑपइंडिया के पास 23 फरवरी 2019 को दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा दिल्ली के WCD विभाग को भेजा गया वो पत्र मौजूद है, जिसमें लिखा गया है कि जवाब माँगे जाने के बावजूद विभाग ने इस संबंध में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। सोशल मीडिया से पता चलता है कि प्रेमोदय खाखा कट्टर ईसाई है।

दोस्त की बेटी से बलात्कार के आरोपित दिल्ली सरकार के निलंबित अधिकारी प्रेमोदय खाखा और उसकी बीवी सीमा को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। इस मामले में आए दिन नए खुलासे हो रहे हैं। पहली बार बलात्कार के बाद पीड़िता ने जब प्रेमोदय की बीवी सीमा रानी खाखा को इस बारे में जानकारी दी, तब उसने कहा था कि ‘तुमने ही उसे कुछ इशारे किए होंगे’। यह भी सामने आया है कि बलात्कार से पहले प्रेमोदय पीड़िता को ड्रग्स देता था।

मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि आरोपित प्रेमोदय खाखा ने पहली बार 31 अक्टूबर 2020 को पीड़िता के साथ बलात्कार किया था। इस दौरान बलात्कार से पहले उसने लड़की को ड्रग्स दिया था। वहीं, दैनिक भास्कर ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि प्रेमोदय खाखा बलात्कार करने से पहले हर बार पीड़िता को ड्रग्स देता था। वहीं, न्यू इंडियन एक्सप्रेस के मताबिक, खाखा ने पहली बार रेप के दौरान पीड़िता को ड्रग्स दिया था।

हिंदुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार, पीड़िता ने पुलिस से कहा है कि प्रेमोदय खाखा ने पहली बार उसका बलात्कार किया था, तब उसने इसकी जानकारी खाखा की बीवी सीमा को दी थी। हालाँकि, सीमा ने अपनी पति को कुछ भी कहने की बजाय पीड़िता से कहा था कि ‘तुमने ही कुछ ऐसा किया होगा और इशारे किए होंगे’। यही नहीं, पीड़िता का आरोप है कि सीमा खाखा आए दिन उसके साथ मारपीट करती थी।

मामले की जाँच कर रहे अधिकारियों का कहना है कि इस मामले की जानकारी न केवल प्रेमोदय की बीवी सीमा को थी, बल्कि उसके दोनों बच्चों को भी थी। प्रेमोदय खाखा की एक बेटी और बेटा है। इससे पहले खबर थी कि पीड़िता के गर्भवती होने पर सीमा खाखा ने अपने बेटे से गर्भपात करने की दवाइयाँ मँगाई थीं।

हालाँकि, अब अधिकारियों का दावा है कि प्रेमोदय और सीमा की बेटी को पीड़िता के साथ हो रहे दुष्कर्म की जानकारी थी। प्रेग्नेंट होने के बाद पीड़िता ने ही प्रेमोदय के बच्चों को इस बारे में बताया था। चूँकि दोनों ही बालिग हैं। ऐसे में पुलिस दोनों से पूछताछ करने की तैयारी कर रही है।

51 वर्षीय प्रेमोदय खाखा और उसकी बीवी सीमा को 22 अगस्त को एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। यह अवधि पूरी होने के बाद बुधवार (23 अगस्त 2023) को दोनों को कोर्ट में पेश किया गया, जहाँ दोनों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

इससे पहले प्रेमोदय खाखा की दिल्ली पुलिस ने पोटेंसी टेस्ट कराया था। आम बोलचाल की भाषा में इसे मर्दानगी की जाँच भी कहते हैं। इस टेस्ट के जरिए यह पता लगाया जाता है कि व्यक्ति नपुंसक है या नहीं, क्योंकि कई बार रेप के आरोपित खुद को नपुंसक बताकर बचने की कोशिश करते हैं।

दरअसल, प्रेमोदय खाखा की बीवी सीमा खाखा पर पीड़िता का गर्भपात कराने का आरोप है, लेकिन खाखा के वकील ने दावा किया है कि लड़की के गर्भवती होने के आरोप झूठे हैं। वकील ने दावा किया कि खाखा ने करीब 20 साल पहले ही नसबंदी करा लिया था।

क्या है मामला

खाखा पर नवंबर 2020 से लेकर जनवरी 2021 के बीच पीड़िता के यौन शोषण का आरोप है। 17 साल की पीड़िता का जब पहली बार शोषण हुआ तब वह 14 साल की थी। अक्टूबर 2020 में पीड़िता के पिता की मृत्यु हो गई थी। इस सदमे से उसे उबारने के लिए खाखा उसे अपने घर ले गया था। दोनों परिवार पहले से परिचित थे और पीड़िता खाखा को ‘मामा’ कह कर बुलाती थी।

अब पता चला है कि दोनों परिवार 1998 में चर्च के माध्यम से संपर्क में आए थे। वो चर्च में रविवार की प्रार्थना अटेंड करने गए थे, उसी दौरान इनकी मुलाकात हुई थी। कथित तौर पर पीड़िता के गर्भवती होने पर प्रेमोदय खाखा की बीवी सीमा ने उसे गर्भपात की गोलियाँ खिलाई। बाद में उसे पैनिक अटैक आने लगे। लड़की को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहाँ काउंसलिंग के दौरान उसने डॉक्टर को पूरी आपबीती सुनाई।

पुलिस ने पॉक्सो, यौन शोषण, जान से मारने की धमकी, जबरन गर्भपात, मारपीट समेत अन्य संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। खाखा के बारे में यह भी पता चला है कि उसके खिलाफ 3 अन्य महिलाओं ने भी वर्कप्लेस पर उत्पीड़न की शिकायत दी थी। आरोप है कि उसके विभाग ने इस मामले को रफा-दफा कर दिया। 

ऑपइंडिया के पास 23 फरवरी 2019 को दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा दिल्ली के WCD विभाग को भेजा गया वो पत्र मौजूद है, जिसमें लिखा गया है कि जवाब माँगे जाने के बावजूद विभाग ने इस संबंध में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। सोशल मीडिया से पता चलता है कि प्रेमोदय खाखा कट्टर ईसाई है।

एक फेसबुक पोस्ट में दिल्ली सरकार के निलंबित अधिकारी प्रेमोदय खाखा ने लिखा है, “मेरी कोई आशा न होती यदि मैं इस बात से अनजान होता कि किसी ने मेरे सब कर्मों का फल क्रूस पर बलिदान होकर भुगत लिया।” उसने इंट्रो में बाइबिल का एक उद्धरण लगा रखा है।

बाइबिल के ‘जॉन’ में 14वें चैप्टर की 21वीं वर्स के इस उद्धरण का मतलब है, “जिसके पास मेरी आज्ञा है, और वह उन्हें मानता है, वही मुझ से प्रेम रखता है, और जो मुझ से प्रेम रखता है, उस से मेरा पिता प्रेम रखेगा, और मैं उस से प्रेम रखूँगा, और अपने आप को उस पर प्रगट करूँगा।”

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

केरल के सरकारी स्कूल में मन रहा था क्रिसमस, हिंदू कार्यकर्ताओं ने पूछा- जन्माष्टमी क्यों नहीं मनाते: टीचरों ने लगाया अभद्रता का आरोप, पुलिस...

केरल के एक सरकारी स्कूल में क्रिसमस मनाए जाने पर कुछ हिन्दू कार्यकर्ताओं ने सवाल उठाए। इसके बाद उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

जिन 3 खालिस्तानी आतंकियों ने गुरदासपुर पुलिस चौकी पर फेंके थे ग्रेनेड, उनका UP के पीलीभीत में एनकाउंटर: 2 एके-47 के साथ ग्रोक पिस्टल...

इस ऑपरेशन को यूपी और पंजाब पुलिस की संयुक्त टीम ने अंजाम दिया। मारे गए आतंकियों की पहचान गुरविंदर सिंह, वीरेंद्र सिंह उर्फ रवि और जसप्रीत सिंह उर्फ प्रताप सिंह के रूप में हुई है।
- विज्ञापन -