प्रवर्तन निदेशालय ने मीट कारोबारी मोईन कुरैशी की संपत्ति अटैच की है। दिल्ली, राजस्थान, देहरादून और गोवा में विवादित मीट कारोबारी की 9.35 करोड़ रुपए की संपत्ति अटैच की गई। ज़ी न्यूज़ के क्राइम एडिटर जीतेन्द्र शर्मा ने ट्विटर पर इसकी जानकारी देते हुए लिखा कि मोईन कुरैशी सीबीआई के अधिकारियों से मिल कर आरोपियों के खिलाफ चल रहे आपराधिक मामलों को सेटल करने का काम करता था।
इससे पहले भी ED मोईन कुरैशी की 3.34 करोड़ रुपए की संपत्ति अटैच कर चुकी है। मोईन कुरैशी का नाम तब चर्चा में आया था, जब यह पता चला था कि 2014 में वह तत्कालीन सीबीआई निदेशक रंजीत सिन्हा के घर पर 70 बार उनसे मिलने गया गया। तब नाराज़ सुप्रीम कोर्ट ने भी सिन्हा को इस बात के लिए फटकार लगाई थी। आपको बता दें कि मोईन कुरैशी की बेटी की शादी में परफॉर्म करने के लिए पाकिस्तानी सूफी गायक रहत फ़तेह अली ख़ान भारत आए थे। हालाँकि, लौटते वक़्त राजस्व अधिकारियों ने उन्हें 56 लाख रुपयों के साथ धर दबोचा था।
सीबीआई के निदेशक बदलते गए लेकिन मोईन कुरैशी से उन सबके संपर्क रहे और राकेश अस्थाना – आलोक वर्मा विवाद के दौरान भी कुरैशी का नाम उछला था। 2014 लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मोईन कुरैशी और कॉन्ग्रेस के साथ उनके लिंक की बात करते हुए इसे चुनावी मुद्दा बनाया था।
ED ने मीट एक्सपोर्टर मोईन कुरैशी की दिल्ली, राजस्थान, देहरादून और गोवा में ₹ 9.35 करोड़ की सपंति अटैच की। मोईन कुरैशी CBI के अधिकारियों से मिल कर आरोपियों के खिलाफ चल रहे आपराधिक मामलों को सैटल करने का काम करता था। इससे पहले ED ने ₹ 3.34 करोड़ की संपति अटैच की थी।
— Jitender Sharma (@capt_ivane) September 17, 2019
मोईन कुरैशी देश के सबसे बड़े बूचड़खानों का मालिक है और उसका व्यवसाय देश-विदेश तक फैला हुआ है। वह देश का सबसे बड़ा मीट निर्यातक है। वह दुबई और लंदन से लेकर यूरोप तक के हवाला कारोबार में संलग्न रहा है। केंद्र सरकार के कई बड़े अधिकारियों का कहना है कि कॉन्ग्रेस के बड़े नेताओं ने मोईन कुरैशी को बचाने के लिए पूरा जोर लगाया और उसे संरक्षण दिया।