उत्तर प्रदेश के अमरोहा से पुलिस की वर्दी पहन रौब दिखाने वाला फर्जी दरोगा गिरफ्तार हुआ है। पुलिस ने यह कार्रवाई एक महिला की शिकायत पर की है। पीड़िता ने पुलिस को बताया था कि आरोपित ने लोन दिलाने का झाँसा देकर उससे 55 हजार रुपए की ठगी की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अमरोहा में बरछायूँ थाना अंतर्गत चौखट गाँव में रहने वाली पीड़िता नसरीन जहाँ ने ठगी को लेकर पुलिस से शिकायत की थी। पीड़िता ने शिकायत में कहा था कि कासिम नामक व्यक्ति लोगों को फर्जी दरोगा बन कर लूटता है और उसके साथ ठगी की है।
अमरोहा में ”नकली” दरोगा बना “कासिम” गिरफ्तार।https://t.co/wEWS19NJrb pic.twitter.com/4Auz6jCsYA
— Sudhir Mishra 🇮🇳 (@Sudhir_mish) January 7, 2023
इस पूरे मामले में डिप्टी एसपी अमरोहा सर्किल विजय कुमार राणा का कहना है कि आरोपित कासिम की मुलाकात पीड़िता नसरीन जहां के पति वारिस सैफी से हुई थी। कासिम ने खुद को पुलिस में दरोगा बताते हुए यूनियन बैंक से 10 लाख रुपए लोन दिलाने की बात कही थी। इस दौरान, उसने नसरीन हाई स्कूल व इंटर की मार्कसीट भी ले ली थी।
यही नहीं, लोन दिलाने के लिए उसने पैसे खर्च होने की बात कहते हुए पेटीएम, गूगल पे इत्यादि के माध्यम से 55 हजार रुपए भी ठग लिए। जब पीड़िता ने कासिम से लोन की बात कही तो वह टालमटोल करता रहा। साथ ही, जब उसे दिए गए 55 हजार रुपए वापस माँगे तो उसने गाली-गलौच करते हुए पैसे वापस देने से इनकार दिया।
थाना अमरोहा नगर पुलिस द्वारा उ0प्र0 पुलिस उपनिरीक्षक की वर्दी पहनकर आमजन को वर्दी का रोब दिखाकर धन उगाही कर रहे फर्जी उप निरीक्षक/शातिर ठग को किया गया गिरफ्तार ।
— Amroha Police (@amrohapolice) January 7, 2023
क्षेत्राधिकारी नगर द्वारा दी गयी बाईट-
.@Uppolice pic.twitter.com/FNvlLRVKti
डिप्टी एसपी राणा ने यह भी कहा है कि पीड़िता ने आरोप लगाया है कि कासिम ने उससे कहा था कि यदि उसने कहीं शिकायत की तो उसके पति अली वारिस सैफी को झूठे केस में फँसा कर जेल भिजवा देगा या जान से मार देगा।
उन्होंने आगे बताया है कि इसके बाद पीड़िता ने फर्जी दरोगा बने कासिम से तंग आकर मामले की शिकायत एसपी से की। शिकायत के आधार पर हुई जाँच में सामने आया है कि कासिम पुलिस की वर्दी पहनकर शहर में घूमता था। साथ हिज़ खुद को दरोगा बताकर लोगों के बीच रौब जमाता था। शनिवार (7 जनवरी, 2022) को भी वर्दी पहनकर घूम रहा था। तभी, पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। जहाँ से उसे जेल भेज दिया गया।