इन दिनों सोशल मीडिया में मयूर शेलके (Mayur Shelke) की खूब चर्चा हो रही है। वे सेंट्रल रेलवे के मुंबई डिवीजन में बतौर प्वाइंट्समैन कार्यरत हैं। मुंबई के करीब वन्गनी रेलवे स्टेशन पर उन्होंने एक बच्चे को बचाने के लिए जो हौसला दिखाया, उसका हर कोई कायल है। अब उन्होंने अपनी दरियादिली का एक और परिचय दिया है।
शेलके ने इनाम में मिली आधी राशि उसी बच्चे और उसकी माँ को देने का फैसला किया है, जिसकी जान उन्होंने बचाई थी। सेंट्रल रेलवे ने उनकी बहादुरी को देखते हुए 50 हजार रुपया देने का ऐलान किया था।
असल में वन्गनी स्टेशन पर एक बच्चा अपनी नेत्रहीन माँ के साथ जा रहा था। तभी वह प्लेटफॉर्म से नीचे पटरी पर गिर गया। बच्चा ऊपर चढ़ने की कोशिश कर रहा था, लेकिन चढ़ने में असफल रहा। उसकी माँ चिल्ला रही थी तभी शेलके ने सूझबूझ का परिचय दिया और दौड़कर बच्चे को ट्रेन की चपेट में आने से बचा लिया। यह घटना सीसीटीवी में कैद हो गई। इसे रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी शेयर किया। इसके बाद से ही शेलके की पूरे देश में चर्चा हो रही है।
परिस्थितियां जो भी हों, हमारे रेलकर्मी अपना दायित्व निभाने में हमेशा आगे रहे हैं।
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) April 20, 2021
इसका उदाहरण पेश करते हुए मुंबई के वांगणी स्टेशन पर रेलवेमैन मयूर शिल्के ने एक बालक को ट्रेन की चपेट में आने से बचाया।
रेल परिवार को उन पर गर्व है। उनकी इस बहादुरी के लिये उन्हें पुरस्कृत किया गया। pic.twitter.com/Ky5jPF8Sn7
शेलके के इस बहादुरी भरे कारनामे के बाद जावा मोटरसाइकल्स ने उन्हें पुरस्कार स्वरूप जावा बाइक देने की भी घोषणा की थी। महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने शेलके की तारीफ करते हुए ट्वीट किया, “मयूर शेलके के पास पोशाक या टोपी नहीं थी। लेकिन उन्होंने सुपरहीरो की तुलना में अधिक साहस दिखाया। Jawa परिवार की तरफ से हम सभी उन्हें सलाम करते हैं। मुश्किल समय में, मयूर ने हमें दिखाया है कि हमें बस अपने आसपास के लोगों को देखना होगा, जो हमें एक बेहतर दुनिया की राह दिखाते हैं।”
Mayur Shelke didn’t have a costume or cape, but he showed more courage than the bravest movie SuperHero. All of us at the Jawa family salute him. In difficult times, Mayur has shown us that we just have to look around us for everyday people who show us the way to a better world.. https://t.co/O66sPv0A3k
— anand mahindra (@anandmahindra) April 20, 2021
शेलके ने इनाम की राशि का आधा हिस्सा बच्चे और उसकी माँ को देने का फैसला करते हुए कहा है कि कोविड-19 महामारी का यह समय अत्यंत कठिन है। ऐसे में जो भी उन्हें नकद राशि अथवा चेक देना चाहते हैं, उसे उस बच्चे तथा उसकी माँ को दें अथवा किसी भी अन्य जरुरतमन्द को दें।