Friday, March 29, 2024
Homeसोशल ट्रेंडजान पर खेल कर बच्चे को बचाया... रेलवे से ₹50 हजार का इनाम, Jawa...

जान पर खेल कर बच्चे को बचाया… रेलवे से ₹50 हजार का इनाम, Jawa ने दी बाइक: जानिए कौन हैं मयूर शेलके

जब मयूर बच्चे को बचा कर वापस प्लेटफॉर्म पर चढ़े, तब उनके और ट्रेन के बीच मात्र 2 सेकेंड की दूरी थी। सेन्ट्रल रेलवे, AITD और 'Jawa मोटरसाइकल्स' उन्हें देगा इनाम।

आपने उस वीडियो फुटेज को ज़रूर देखा होगा, जिसमें एक रेलवे कर्मचारी जान पर खेल कर एक बच्चे को बचाता है। उक्त रेलवे कर्मचारी का नाम है, मयूर शेलके, जो सेंट्रल रेलवे में बतौर पॉइंट्समैन कार्यरत हैं। उन्होंने ये बड़ा कारनामा महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के पास स्थित वन्गनी रेलवे स्टेशन पर किया। बच्चे की उम्र मात्र 6 साल है। वो प्लेटफॉर्म से फिसल पर रेलवे की पटरी पर गिर गया था।

सामने से ट्रेन भी आ रही थी, ऐसे में मयूर शेलके ने गजब की सूझबूझ और चपलता का परिचय देते हुए चलती हुई ट्रेन के सामने कूद कर न सिर्फ बच्चे को बचाया, बल्कि खुद भी प्लेटफॉर्म पर वापस आए। CCTV फुटेज खुद केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शेयर किया, जिसके बाद ये वायरल हो गया। सोशल मीडिया पर लोगों ने उनकी तारीफ़ की। जब वो बच्चे को बचा कर वापस प्लेटफॉर्म पर कूदे थे, तब उनके और ट्रेन के बीच मात्र 2 सेकेंड की दूरी थी।

अब सेन्ट्रल रेलवे ने उन्हें सम्मान के रूप में 50,000 रुपए देने के फैसला लिया है। साथ ही ‘Jawa मोटरसाइकल्स’ ने उन्हें एक बाइक देकर सम्मानित करने का निर्णय लिया। Jawa के डायरेक्टर अनुपम थरेजा ने कहा कि पॉइंट्समैन मयूर शेलके के इस साहस भरे कारनामे से संपूर्ण जावा परिवार स्तब्ध है और इस अनुकरणीय बहादुरी के लिए वो उन्हें ‘जावा हीरोज’ अभियान के तहत एक बाइक देकर सम्मानित करेंगे।

30 वर्षीय मयूर शेलके के बारे में बता दें कि मूल रूप से वो पुणे के पास स्थित तलवड़े के रहने वाले हैं और उन्होंने 5 वर्ष पहले मार्च 2016 में भारतीय रेलवे की नौकरी जॉइन की थी। 1 साल पहले ही उनकी शादी हुई है। आर्ट्स से स्नातक मयूर शेलके पहले पहले रायगढ़ कर्जत स्टेशन पर पदस्थापित थे। पिछले 8 महीने से वो वन्गनी में कार्यरत हैं। बच्चे की जान बचाने वाली घटना शनिवार (अप्रैल 17, 2021) की है।

बच्चा उस वक़्त अपनी माँ के साथ जा रहा था। उसकी माँ नेत्रहीन हैं, जिन्होंने अपने बच्चे के गिरते ही मदद के लिए आवाज़ लगाई थी। बच्चा प्लेटफॉर्म पर ऊपर आने की कोशिश कर रहा था, फिर भी माँ रोए जा रही थी – तभी मयूर शेलके ने अंदाज़ा लगा लिया कि वो नेत्रहीन हैं। एक पॉइंट्समैन का कार्य होता है कि वो ट्रेन के सिग्नल और उनकी कार्यप्रणाली पर नजर रखे। ‘एशियन इंस्टिट्यूट ऑफ ट्रांसपोर्ट डेवलपमेंट’ भी उन्हें 50,000 रुपए का सम्मान देगा।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

लालकृष्ण आडवाणी के घर जाकर उन्हें ‘भारत रत्न’ से सम्मानित करेंगी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, स्वास्थ्य कारणों से फैसला: 83 वर्षों से सार्वजनिक जीवन में...

1951 में उन्हें जनसंघ ने राजस्थान में संगठन की जिम्मेदारी सौंपी और 6 वर्षों तक घूम-घूम कर उन्होंने जनता से संवाद बनाया। 1967 में दिल्ली महानगरपालिका परिषद का अध्यक्ष बने।

संदेशखाली की जो बनीं आवाज, उनका बैंक डिटेल से लेकर फोन नंबर तक सब किया लीक: NCW से रेखा पात्रा ने की TMC नेता...

बशीरहाट से भाजपा की प्रत्याशी रेखा पात्रा ने टीएमसी नेता के विरुद्ध महिला आयोग में निजता के हनन के आरोप में शिकायत दर्ज करवाई है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
418,000SubscribersSubscribe