फेसबुक पर हनीट्रैप के जरिए लोगों को ठगी का शिकार बनाने के मामले में छत्तीसगढ़ की रायपुर पुलिस ने राजस्थान के अलवर से लियाकत खान को गिरफ्तार किया है। आरोपित फेसबुक के जरिए पहले लड़कियों की फेक आईडी बनाकर दोस्ती करता था और उसके बाद व्हाट्सएप पर अश्लील वीडियो रिकॉर्ड कर लोगों को ब्लैकमेल करता था।
फिलहाल, रायपुर पुलिस उसे अलवर से छत्तीसगढ़ लेकर आई है, जहाँ उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। हनीट्रैप और साइबर ठगी के इस मामले में रायपुर के आरंग थाने में एक पीड़ित युवक ने शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस को आपबीती में उसने बताया था कि 24 जून 2021 को उसके फेसबुक आई़डी पर रोहिणी शर्मा नाम की एक लड़की की फ्रेंड रिक्वेस्ट आई थी। लड़की की रिक्वेस्ट आने पर उसने एक्सेप्ट कर लिया।
पुलिस को उसने बताया कि दोनों के बीच बातचीत होने लगी। कुछ दिन तक फेसबुक पर बात करने के बाद रोहिणी (लियाकत खान) ने पीड़ित युवक से व्हाट्सएप पर बात करने की इच्छा जताई, उसके बाद दोनों व्हाट्सएप पर कनेक्ट हो गए। बाद में रोहिनी (फेक आईडी) ने उसे प्यार के जाल में फँसा लिया।
इस बीच 28 जून 2021 को रोहिणी ने पीड़ित को व्हाट्सएप पर अश्लील वीडियो कॉल की। इस दौरान उसने युवक के निजी पलों को रिकॉर्ड कर लिया। इसके दो दिन बाद लियाकत ने पीड़ित युवक को उसी की अश्लील क्लिप भेज दिया और उसे ब्लैकमेल करने लगा। बदनामी के डर से युवक ने रोहिणी (लियाकत खान) के खाते में 37 हजार रुपए जमा कर दिया, लेकिन जब दोबारा उसने पैसा नहीं दिया तो आरोपित ने उस क्लिप को उसके दोस्तों के पास भेज दिया।
इसके बाद पीड़ित ने पुलिस में शिकायत की। पुलिस ने छानबीन की तो पता चला कि आरोपित राजस्थान के अलवर का है। इसके बाद पुलिस की चार सदस्यीय टीम राजस्थान गई और उसे गिरफ्तार कर रायपुर ले आई। राजस्थान में लियाकत खान अपनी पहचान को छुपाकर रहता था। उसने मोबाइल और बैंक खाते तक फर्जी दस्तावेज से बनवाए थे। उसके पास से ओडिशा और असम के मोबाइल नंबर मिले हैं।
आरोपित ने पुलिस के सामने अपना गुनाह भी कबूल कर लिया है। उसने बताया कि वह इसी तरह से अब तक 50 से अधिक लोगों से लाखों रुपये लूट चुका है। पुलिस ने आरोपित के पास से दो मोबाइल फोन, 3 सिम कार्ड, एटीएम और नकद रुपये बरामद किया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, लियाकत खान ने जिस तरीके से ठगी की है वह पैटर्न मेवाती गैंग का है। राजस्थान, हरियाणा औऱ उत्तर प्रदेश में ये गैंग इसी तरीके से लोगों को ठगी का शिकार बनाता है। इसलिए पुलिस को लियाकत के मेवाती गैंग से जुड़े होने का शक भी है।