राजस्थान के अलवर जिले में पिछले दो वर्षों से एक 20 वर्षीय लड़की से कथित तौर पर लगातार गैंगरेप किए जाने की शर्मनाक वारदात सामने आई है। इस वारदात की शुरुआत अप्रैल 2019 में हुई थी। इसके बाद पीड़िता ने मई 2019 में अलवर के ही मालाखेड़ा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की थी, लेकिन उस दौरान पुलिस ने न मामले में शिकायत दर्ज की और ना ही किसी तरह की कोई कार्रवाई की।
इन दो वर्षों में आरोपितों ने पीड़िता को बार-बार हवस का शिकार बनाया। वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देकर उसे बार-बार ब्लैकमेल किया।
इसी कड़ी में 25 जून 2021 को गौतम सैनी नाम के एक आरोपित ने पीड़िता को वह वीडियो भेजा, जिसके जरिए उसे ब्लैकमेल किया जा रहा था। उसने भी वीडियो भेजकर लड़की को मिलने का दबाव बनाया और धमकी दी कि अगर वो नहीं चाहती कि ये वीडियो उसके घरवालों को मिले तो वो वैसा ही करें, जैसा वह कह रहा है। हालाँकि, धमकी के बाद भी जब पीड़िता उससे मिलने नहीं गई तो उसने दो दिन बाद वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
इसके बाद पीड़िता एक बार फिर से इसी साल (28 जून 2021) को मालाखेड़ा थाने में सामूहिक दुष्कर्म किए जाने का केस दर्ज कराया, जिसके बाद तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
अलवर जिले की एसपी तेजस्विनी गौतम ने बताया, “गौतम सैनी को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसे केवल लड़की का वीडियो और फोन नंबर मिला था। सीधे तौर पर उसका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। उस पर आईटी एक्ट और आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।”
पीड़िता ने बताया है कि वह साल 2019 में गोरिदेव कॉलेज में परीक्षा देने के लिए गई थी। वहाँ उसकी मुलाकात विकास उर्फ विक्की चौधरी से हुई। विकास पीड़िता का जानकार था।
एसपी तेजस्विनी गौतम ने बताया, “विकास और उसका दोस्त भुरू सिंह जाट ने उसे किडनैप कर लिया और नशीला पदार्थ पिला दिया और बाद अलवर के बाहरी क्षेत्र चिकानी रोड स्थित एमआईए क्षेत्र में स्थित एक घर में लेकर गए और वहाँ उनका बलात्कार किया। लड़की ने आरोप लगाया कि आरोपियतों से वहाँ का चौकीदार भी मिला हुआ था। पीड़िता ने एफआईआर में बताया है कि विकास और भुरू के अलावा दो अन्य लोगों ने उसके साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया।”
मई 2019 में जब पीड़िता ने आरोपितों के खिलाफ मालाखेड़ा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की थी। उसके बाद आरोपितों ने फिर से उसके साथ गैंगरेप किया था।
हो रही है पुलिस की भूमिका की जाँच
आईपीएस अधिकारी के मुताबिक, “पीड़िता की शिकायत के बावजूद एफआईआर रजिस्टर नहीं करने के मामले में पुलिस की भूमिका की जाँच अलवर (ग्रामीण) के सर्किल ऑफिसर अमित सिंह कर रहे हैं। अगर पुलिसवालों के खिलाफ कुछ मिलता है तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”