अपडेट: जयपुर जिला एवं सेशन न्यायालय में सेंट जेवियर्स स्कूल के टीचर निखिल जोस का केस चला। छात्राओं को अश्लील मैसेज भेजने का जो आरोप इस शिक्षक पर लगाया गया था, वो पुलिस अनुसंधान में सही नहीं पाया गया। आरोप लगाने वाले परिवादी ने भी कोर्ट के समक्ष माना कि इस मामले में अब वो कोई कार्रवाई नहीं चाहते हैं। कोर्ट ने इस मामले में नकारात्मक प्रतिवेदन स्वीकार कर लिया।
जयपुर के सेंट जेवियर्स स्कूल की पूर्व छात्राओं को अश्लील मैसेज भेजने के मामले में आरोपित शिक्षक निखिल जोस को स्कूल प्रबंधन ने सस्पेंड कर दिया है। वहीं राज्य बाल अधिकार आयोग ने 7 दिन के भीतर पूरे मामले की जाँच कर प्रोग्रेस रिपोर्ट देने का नोटिस जारी किया है। मामले में स्कूल प्रबंधन की तरफ से एक तीन सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग कमेटी का गठन किया गया है। इसमें दो महिला सदस्य हैं।
समिति अपनी रिपोर्ट जल्दी ही देगी जिससे आरोपित शिक्षक निखिल जोस के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सके। स्कूल प्रबंधन ने जाँच रिपोर्ट आने तक आरोपित शिक्षक को निलंबित कर दिया है। प्रबंधन ने यह भी कहा है कि सोशल मीडिया में प्रसारित इस तरह की किसी भी घटना में स्कूल प्रबंधन की कोई भूमिका नहीं है। मामले में यह भी सामने आया है कि आरोपित 6 महीने से छात्राओं को अश्लील मैसेज भेज रहा था।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक निखिल जोस को राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी सम्मानित कर चुके हैं। इस संबंध में एक पत्र वायरल हुआ है। इसमें मुख्यमंत्री गहलोत ने उसके कामों की प्रशंसा करते नजर आ रहे हैं। आरोपित शिक्षक की सीएम के साथ फोटो भी सामने आई है।
उल्लेखनीय है कि आरोपित शिक्षक छात्राओं को अश्लील मैसेज भेजता था और उन्हें होटल में शराब पार्टी के लिए बुलाता था। शुरुआत में लड़कियों ने इग्नोर किया, लेकिन आरोपित की अश्लीलता बढ़ी तो छात्राओं ने एकजुट होकर सोशल मीडिया पर कैम्पेन चला दिया। फिलहाल, पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। उसके मोबाइल में कई अश्लील मैसेज भेजने के सबूत मिले हैं।
निखिल ने कहा था कि उसकी इंस्टाग्राम आईडी किसी ने हैक कर ली थी और उसी ने यह मैसेज किए थे। साथ ही निखिल ने कहा कि उसे एक दिन ही पहले पता लगा था कि उसकी इंस्टाग्राम आईडी से अश्लील मैसेज भेजे गए हैं। हालाँकि पुलिस का कहना है कि अब तक की जाँच में आईडी हैक होने की बात सामने नहीं आई है। आरोपित ही मैसेज करता था। उसके मोबाइल को फॉरेंसिक जाँच के लिए भेजा जाएगा। शुरुआती जाँच में पता चला था कि स्कूल में ऑनलाइन क्लास के लिए वॉट्सऐप ग्रुप बनाए गए थे। वहीं से स्टूडेंट के नंबर लेकर निखिल जोस प्राइवेट चैटिंग करने लगा था।