कॉन्ग्रेस शासित राजस्थान में यूट्यूबर शुभम शिकारी को कोटा पुलिस द्वारा प्रताड़ित किए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। एक वीडियो में शिकारी ने बताया है कि ‘तेरा मंदिर बनाएँगे शिवाय’ गाने के लिए उन्हें जुलाई में गिरफ्तार किया गया। इसके बाद भी पुलिस की प्रताड़ना समाप्त नहीं हुई। उन पर छह धाराएँ लगाई गई हैं। मोबाइल पुलिस ने जब्त कर रखा है।
#ReleaseShubhamShikari
— Sujeet Swami️ (@shibbu87) December 12, 2022
शुभम शिकारी का यह अभी 7:40 का वीडियो है ध्यान से सुनिए।
सभी का साधुवाद जिन्होंने इस मुहिम में हिस्सा लिया लेकिन शुभम भाई अभी घर पर हैं और स्वस्थ हैं उनको गिरफ्तार जुलाई 2022 में किया गया था।@KotaPolice @RajPoliceHelp @IgpKota pic.twitter.com/WN7B6xcjiZ
शुभम ने ज्ञानवापी में शिवलिंग मिलने की खबर सामने आने के बाद यह गण और इसके प्रचार के लिए पोस्टर जारी किया था। आरोप है कि इसको लेकर ही उनकी गिरफ्तारी हुई। गाना 25 जुलाई 2022 को Youtube पर रिलीज किया गया था।
पत्रकार शुभी विश्वकर्मा ने सोमवार शुभम का एक वीडियो शेयर किया था। इसमें शुभम को कहते सुना जा सकता है कि ज्ञानवापी परिसर में शिवलिंग मिलने का बाद उन्होंने ‘तेरा मंदिर बनाएँगे शिवाय’ गाना गाया और इसका प्रचार किया। इसके बाद कोटा की अनंतपुरा पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया। उन पर 6 धाराएँ लगाई। मोबाइल जब्त कर लिया। शुभम का कहना है कि उनके आने वाले गाने, भजन सभी उसी फोन में हैं।
शुभम ने वीडियो में कहा कि कोर्ट से उन्हें तारीख पे तारीख मिलती जा रही है। उनका चालान कोर्ट में पेश नहीं हुआ और वह छह महीने से बेरोजगार हैं। वे जिस कंपनी में काम करते थे, पुलिस केस होने की वजह से उन्हें काम से मना कर दिया है।
The man in video is Shubham Shikari, a YouTube singer, 4 months ago he sang a song on “Gyanvapi (Kashi Vishwanath)” with lyrics: ‘Tera Mandir Banaenge Shivay”. @KotaPolice registered a case against him and even arrested him, seized his phone.
— Subhi Vishwakarma (@subhi_karma) December 12, 2022
Listen: pic.twitter.com/U59cdWxHVf
शुभम का पूरा गाना आप नीचे सुन सकते हैं।
पत्रकार सुमित स्वामी ने इस मामले पैट ट्वीट कर कहा है, “कोटा में जुलाई 2022 में कलाकार शुभम शिकारी पर इस पोस्टर, वीडियो के प्रचार करने पर कोटा पुलिस ने आईपीसी की धारा 425,505,295-A समेत 3 अन्य धाराओं के मुकदमा दर्ज़ किया था। कल शुभम से बात हुई, उसे कोई रोजगार नहीं दे रहा अब। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता शायद राजस्थान में नहीं है।”
#Kota जुलाई 2022 में कलाकार शुभम शिकारी पर इस पोस्टर, वीडियो के प्रचार करने पर @KotaPolice ने #IPC 425,505,295-A समेत 3 अन्य धाराओं के मुकदमा दर्ज़ किया था।
— Sujeet Swami️ (@shibbu87) December 11, 2022
कल शुभम से बात हुई,उसे कोई रोजगार नहीं दे रहा अब।
FOE शायद राजस्थान में नहीं है।@DrSatishPoonia @AshwiniUpadhyay pic.twitter.com/EnFQzFoD3U