राजस्थान के जयपुर में सुसाइड करने वाले राम प्रसाद मीणा का अभी तक अंतिम संस्कार नहीं हो पाया है। 17 अप्रैल 2023 को उन्होंने आत्महत्या की थी। सुसाइड से पहले एक वीडियो बनाया था। इसमें कुछ लोगों पर अपनी ही जमीन पर घर नहीं बनाने देने का आरोप लगाया था। आरोपितों पर कार्रवाई की माँग को लेकर मीणा के परिजन धरने पर बैठे हैं।
20 अप्रैल को काॅन्ग्रेस नेता व पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट मीणा के घर पहुँचे और परिजनों से मुलाकात की। उससे पहले बीजेपी सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा और दीया कुमारी ने भी पीड़ित परिवार से मुलाकात की थी। मरने से पहले मीणा ने जिन लोगों पर आरोप लगाया था उनमें राजस्थान की काॅन्ग्रेस सरकार के मंत्री महेश जोशी, होटल रॉयल शेरटन के मालिक मुंजी टांक, देवा अवस्थी, लालचंद देवनानी, गिरधारी जी मंदिर के देवेंद्र शर्मा, ललित शर्मा सहित आठ लोग शामिल हैं।
#WATCH राजस्थान: कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने जयपुर में राम प्रसाद मीणा के परिवार से मुलाकात की।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 20, 2023
जमीनी विवाद को लेकर राम प्रसाद मीणा ने कथित तौर पर राजस्थान के एक मंत्री से परेशान होकर आत्महत्या की थी, जिसके बाद परिवार वाले धरने पर बैठ गए। pic.twitter.com/QM57CiFpSl
राम प्रसाद मीणा ने क्यों की आत्महत्या?
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक रामप्रसाद चाँदी की टकसाल इलाके में रहते थे। गिरधारी मंदिर के पास उनकी जमीन है। वे इस पर मकान बनवाना चाहते थे। लेकिन उन्हें घर बनाने से रोका जा रहा था। इससे परेशान उन्होंने आत्महत्या कर ली।
मंदिर के पास होटल
मंदिर के पास ही देवेंद्र शर्मा होटल का निर्माण करवा रहे थे। राम प्रसाद मीणा ने इस पर सवाल उठाया था। मीणा परिवार का आरोप है कि निगम ने मंदिर के पास होटल निर्माण की अनुमति तो दे दी, लेकिन कागजात होने के बाद भी उन्हें घर नहीं बनाने दिया। कहा जा रहा है कि मीणा परिवार पर जमीन छोड़ने का दबाव डाला जा रहा था। मीणा के सुसाइड के बाद इस होटल को गिरा दिया गया है।
भाजपा सांसदों ने की मीणा परिवार से मुलाकात
आरोपितों की गिरफ्तारी, मुआवजे, परिवार के लिए नौकरी समेत 8 माँगो को लेकर मीणा परिवार धरना दे रहा है। मीणा परिवार को बीजेपी सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा और सांसद दीया कुमारी का साथ मिला है। डॉ. किरोड़ीलाल मीणा धरने पर भी बैठे।
#रामप्रसाद_मीणा की आत्महत्या के लिए न्याय मांगते लोग आज चौथे दिन भी धरने पर हैं। दुर्भाग्यपूर्ण है कि @ashokgehlot51 सरकार अभी तक ठोस कार्रवाई नहीं कर पाई है। मेरी मांग है कि पीड़ित परिवार को शीघ्रता से न्याय मिले और इस पाप में शामिल दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई हो। pic.twitter.com/L3qieiJThK
— Dr.Kirodi Lal Meena (@DrKirodilalBJP) April 20, 2023
सांसद दीया कुमारी ने भी बुधवार शाम को धरनास्थल पर मीणा परिवार से मुलाकात की।
रामप्रसाद मीणा जी के परिवार के साथ अन्याय हुआ है। उन्हें न्याय मिलना चाहिए। इस मामले के दोषियों को सजा मिले और परिवार को हर संभव मदद मिले।@RajCMO @BJP4Rajasthan pic.twitter.com/SRDUMTVvrI
— Diya Kumari (@KumariDiya) April 19, 2023
मंत्री महेश जोशी का पक्ष
महेश जोशी ने कहा है कि उनपर मृतक को परेशान करने का आरोप है, लेकिन वे मृतक और उसके परिवार को जानते तक नहीं। जोशी ने कहा कि कुछ दिन पहले उन्हें गिरधारी मंदिर में अवैध निर्माण की शिकायत मिली थी। मामला मंदिर का था इसलिए उन्होंने जाँच के लिए काम रुकवाने का आदेश दिया था। 2 पक्षों के बीच विवाद की स्थिति में काम रुकवाना सामान्य प्रक्रिया है। जोशी ने कहा कि मरने से पहले 3-4 वीडियो कौन बनाता है? उन्होंने उच्चस्तरीय जाँच की माँग की है।
गिरधारी मंदिर का पक्ष
पूरे मामले पर गिरधारी मंदिर के पुजारी ने भी मीडिया के सामने अपना पक्ष रखा है। पुजारी ने बताया कि राम प्रसाद मीणा के पिता राम किशोर मीणा अपने परिवार के साथ 1984 से ही मंदिर परिसर में किराएदार के हैसियत से रहते थे। कुछ सालों बाद मीणा परिवार ने मंदिर को किराया देना बंद कर दिया। मंदिर प्रशासन ने उन्हें परिसर खाली करने के लिए कहा। मीणा परिवार ने किराए पर मिले हिस्से को खाली करने के स्थान पर इस पर कब्जा जमा लिया।
मंदिर पक्ष इसे लेकर जयपुर किराया प्राधिकरण पहुँचा। प्राधिकरण ने मीणा परिवार को जगह खाली करने का फैसला दिया। इस फैसले को मीणा परिवार ने हाई कोर्ट में चुनौती दी। हाईकोर्ट ने भी कब्जा खाली करने का फैसला सुनाया। इसके बाद मीणा परिवार फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुँचा। सुप्रीम कोर्ट में भी पुजारी पक्ष को सही ठहराया गया। पुजारी के अनुसार मंदिर परिसर की जमीन को अपना बताते हुए मीणा परिवार ने जाली दस्तावेजों की मदद से पट्टा तैयार करवा लिया है। उन्होंने पट्टे और दस्तावेजों की जाँच की माँग की है।