राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में लव जिहाद और धर्मान्तरण का मामला सामने आया है। यहाँ एक मुस्लिम युवक पर आरोप है कि उसने एक व्यापारी की बेटी का पहले अपहरण किया फिर उसके आपत्तिजनक वीडियो बनाए। बाद में पीड़िता को ब्लैकमेल किया और और उसके साथ गैंगरेप भी हुआ। नाबालिग लड़की के घर वालों का आरोप है कि मुस्लिम युवक ने हिन्दू लड़की के धर्म परिवर्तन पर 15 लाख रुपए मिलने की बात कबूली है। महिला थाना पुलिस ने पीड़िता के परिजनों की शिकायत पर FIR दर्ज कर के जाँच शुरू कर दी है।
दैनिक भास्कर के मुताबिक पीड़िता के परिजनों ने पुलिस शिकायत में बताया है कि उनकी बेटी का पीछा 14 साल की उम्र से किया जा रहा है। इस दौरान आरोपित लड़की को परेशान किया करता था। इन हरकतों के बीच आरोपित ने पीड़िता का मार्च 2021 में अपहरण कर लिया। लड़की के घर वालों ने अपनी तमाम कोशिशों से उसे आरोपित के चंगुल से आज़ाद करवाया। बाद में 14 जून 2022 को एक बार फिर से आरोपित ने पीड़िता का अपहरण किया। लड़की के घर वालों ने इस बार भी जैसे-तैसे पीड़िता को मुक्त करवाया।
दी गई शिकायत में आगे बताया गया है कि अब उनकी बेटी 18 साल की हो गई है। इस बीच आरोपित ने 19 अक्टूबर 2022 को तीसरी बार पीड़िता का अपहरण कर लिया। घटना की शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने तमाम कोशिशों के बाद लड़की को बरामद किया। लड़की को नारी निकेतन भेज दिया गया जहाँ से वो अपने माता-पिता के पास आ चुकी है। लड़की के परिजनों के मुताबिक पीड़िता को आरोपितों की तरफ से धमकियाँ मिल रही हैं। आरोपितों के पक्ष में पीड़िता के बयान की यही वजह बताई जा रही है।
लड़की के घर वालों ने आगे बताया कि आरोपित ने पिछले 5 वर्षों से लगातार पीड़िता से दुष्कर्म किया है। इस दौरान एक सनसनीखेज आरोप लगाते हुए लड़की के घर वालों ने कहा कि आरोपित ने उनकी बेटी को छोड़ने के लिए 15 लाख रुपयों की डिमांड भी की है। पीड़िता के पिता ने इस पैसे को आरोपित द्वारा हिन्दू लड़की के धर्मान्तरण के बाद मिलने वाला बताया है। हालाँकि ये पैसे आरोपित को कौन देता है इसकी जानकारी पीड़ित परिवार द्वारा नहीं दी गई।
इस मामले में पुलिस की जाँच के मुताबिक आरोपित ने नाबालिग से आर्य समाज वैदिक संस्कार ट्रस्ट में शादी की थी। बताया जा रहा है कि आरोपित ने विवाह का फर्जी प्रमाण पत्र बनवाया है। इन्ही कागजातों के आधार पर आरोपित ने लड़की द्वारा हाईकोर्ट में पुलिस सुरक्षा लेने की याचिका लगाई थी। पुलिस इस धोखाधड़ी की भी जाँच में जुटी है। भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने इस मामले में पुलिस के रवैये की आलोचना की है।
सवाई माधोपुर में अपहृत बच्ची की FIR दर्ज नहीं करना पुलिस की शर्मनाक घटना!
— Bheem singh Bonl (@BheemSinghBonl) December 2, 2022
प्रदेश के कलेक्टरों की कितनी मानती है पुलिस यह मैं जानता हूं पुलिस से कलेक्टर ही नहीं खुद गहलोत भी परेशान है!
मैं परेशान नहीं हूं मेरे पर पुलिस की मेहरबानी है कि मेरे कहने से काम कर ही देती हैं!डॉ किरोड़ी pic.twitter.com/ZsJxdgwWWC