गुजरात के वडोदरा में रामायण को ‘फर्जी’ बताने और भगवान हनुमान की प्रतिमा को लेकर विवादित टिप्पणी करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि स्कूल का एक छात्र हनुमान जी के दर्शन के लिए गया था। इसलिए वह स्कूल नहीं आ सका। इस पर स्कूल टीचर ने रामायण और भगवान हनुमान को लेकर अपमानजनक बातें कही। इसको लेकर हिंदू संगठनों ने विरोध जताया और आरोपित टीचर के खिलाफ कार्रवाई की माँग की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मामला वडोदरा के मकरपुरा में स्थित न्यू एरा स्कूल का है। बजरंग दल तरसाली प्रखंड के संयोजक कृष्ण उदे सिंह का कहना है कि 7वीं क्लास का एक छात्र स्कूल नहीं गया था। अगले दिन टीचर ने पूछा कि उसने छुट्टी क्यों ली? इस पर छात्र ने कहा कि वह सालंगपुर घूमने गया था। इसके बाद टीचर ने सालंगपुर में स्थित हनुमान जी की प्रतिमा और रामायण को लेकर अभद्र टिप्पणी की।
टीचर का कहना था कि सालंगपुर में हनुमान जी की जो प्रतिमा है, उसे पैसे कमाने के लिए बनाया गया है। यही नहीं, टीचर ने रामायण को भी फर्जी बताया। इस मामले में बच्चे के पैरेंट्स का कहना है, “मेरा बेटा 7वीं मे पढ़ता है। स्कूल से घर आने के बाद उसने बताया कि क्लास रूम में उसका टीचर रामायण को फर्जी कहता है। यही नहीं, वह सालंगपुर में स्थित हनुमान जी के मंदिर को भी पैसा कमाने का जरिया बताता है। इसके बाद मैं स्कूल गया। वहाँ क्लास के अन्य छात्रों से इस बारे में बातचीत की। छात्रों ने मुझे बताया कि टीचर ने यह सब कहा था। इसके बाद मैंने शिकायत की।”
मामले की जानकारी हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं को मिली तो वे भी स्कूल पहुँच गए। इसके बाद उन्होंने आरोपित टीचर के सामने ही छात्र से बातचीत की। उसने टीचर के बयान की पुष्टि कर दी। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए आरोपित टीचर के खिलाफ कार्रवाई की माँग की। मामला बढ़ता देख स्कूल मैनेजमेंट ने आरोपित टीचर से स्पष्टीकरण से माँग लिया। टीचर ने स्कूल मैनेजमेंट को लिखित में माफीनामा सौंप दिया। माफीनामा सामने आने के बाद अभिभावकों का कहना है कि वे टीचर के खिलाफ अब कोई भी कार्रवाई नहीं चाहते।
बडोदरा के जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) कार्यालय ने भी इस मामले में संज्ञान लिया है। कार्यालय के शिक्षा निरीक्षक का कहना है कि इस मामले में स्कूल के प्रिंसिपल के साथ फोन पर बात हुई है। यह सामने आया है कि छात्र के माता-पिता के साथ टीचर का समझौता हो गया है। हालाँकि, प्रिंसिपल को एक लिखित रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है। डीईओ ने भी जाँच कर कार्रवाई की बात कही है।
सालंगपुर का हनुमान मंदिर
सालंगपुर गुजरात के बोटाद जिले में स्थित है। यहाँ कष्टभंजन हनुमान जी का मंदिर है। साथ ही भगवान हनुमान की 54 फीट ऊँची प्रतिमा भी है। इस मंदिर में भगवान हनुमान को महाराज के रूप में पूजा जाता है। वहीं, शनि देव स्त्री रूप में हनुमान जी के चरणों मे विराजमान हैं। ऐसी मान्यता है कि शनिदेव का प्रकोप बढ़ने के बाद लोगों ने भगवान हनुमान से बचाव के लिए प्रार्थना की थी। इस पर हनुमान जी ने शनिदेव को सजा देने का निश्चय किया। इससे शनिदेव डर गए।
हालाँकि, शनिदेव को पता था कि हनुमान जी ब्रह्मचारी हैं। इसलिए वे किसी स्त्री को नहीं छुएँगे। ऐसे में हनुमान जी से बचने के लिए वह स्त्री रूप धारण करके उनके चरणों में गिर गए। इसके बाद हनुमान जी ने क्षमा कर दिया। चूँकि, हनुमान जी ने लोगों के कष्ट दूर किए थे। इसलिए इस मंदिर को कष्टभंजन हनुमान मंदिर कहा जाता है।