Sunday, November 17, 2024
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‘कड़ा भी पहनो, कटार भी चलाओ’: हिंदू लड़कियों से बोले रामभद्राचार्य, लव जिहाद पर कहा- विधर्मी गलत दृष्टि से देखें तो आँखें निकाल लो, मुकदमे का मैं देख लूँगा

रामभद्राचार्य ने रामकथा सुनाने के दौरान यह भी कहा, "ऐसा कहा जा रहा है कि ब्राह्मणों ने जातिवाद को जन्म दिया। लेकिन हमने जातिवाद को जन्म नहीं दिया।"

तुलसी पीठाधीश्वर जगदगुरु स्वामी रामभद्राचार्य अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं। इस बार उन्होंने हिंदू लड़कियों को विधर्मी लोगों से सतर्क रहने और ‘लव जिहाद’ पर बड़ा बयान दिया है। सोशल मीडिया पर उनका वीडियो वायरल हो रहा है। उत्तर प्रदेश के आगरा में रामकथा सुनाने के दौरान उन्होंने मंगलवार (11 अप्रैल, 2023) को कहा, “हमारी हिंदू लड़कियों को विधर्मी लोग फँसा रहे हैं। बहनों, जो तुम्हारी ओर गलत दृष्टि से देखे, उसकी आँख निकाल लो। फिर जो मुकदमा होगा मैं देख लूँगा।”

रामभद्राचार्य ने अपनी बात को जारी रखते हुए हिंदू लड़कियों से अपनी इज्जत स्वयं बचाने और हाथ में कड़ा पहनने के साथ-साथ कटार चलाने का अभ्यास करने को भी कहा। उन्होंने आगे कहा, “हमने जातिवाद नहीं फैलाया। ये जातिवाद कुर्सी के भेड़िये नेताओं ने फैलाया है।”

जगदगुरु रामभद्राचार्य ने आरक्षण खत्म करने की माँग की और नेताओं को ललकारते हुए कहा, “मैं तुम लोगों को चुनौती देता हूँ। अगर माँ का असली दूध पिया है तो तुम जाति के आधार पर निश्चित आरक्षण समाप्त करवाओ। फिर जिसके यहाँ कहोगे, मैं रोटी खाने को तैयार हूँ।”

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रामभद्राचार्य ने रामकथा सुनाने के दौरान यह भी कहा, “ऐसा कहा जा रहा है कि ब्राह्मणों ने जातिवाद को जन्म दिया। लेकिन हमने जातिवाद को जन्म नहीं दिया। बेईमान लोगों ने केवल वोट की राजनीति के लिए देश को बाँटा। अगर हमने जातिवाद फैलाया होता तो शबरी माता के झूठे बेर राम क्यों खाते? जब रामचरितमानस राष्ट्रीय ग्रंथ बनेगी, तभी समाज का सुधार हो सकेगा।”

गौरतलब है कि बीते दिनों तुलसी पीठाधीश्वर जगदगुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने रामकथा के दौरान राम जन्मभूमि आंदोलन और 90 के दशक की घटनाओं को याद करते हुए कहा था, “हम 1990 की घटना को नहीं भूले हैं और न कभी भूल पाएँगे। हमने किसी का अपमान नहीं किया, लेकिन हमारे धर्मग्रंथों का अपमान हुआ। हिंदुत्व का भी अपमान हुआ।” रामभद्राचार्य ने कहा था, “निहत्थे राम भक्तों पर गोलियाँ चलाई गई थी। सरयू मैया खून से लाल हो गई थीं। कोठारी बंधुओं को घर से लाकर गोली मारी गई। हमको ऐसी समरसता नहीं चाहिए। मेरे लिए कहा जा रहा कि मैं भाजपा का एजेंट हूँ’ लेकिन मैं भाजपा का एजेंट नहीं हूँ। भाजपा मेरी एजेंट हो सकती है।”

कौन हैं जगदगुरु स्वामी रामभद्राचार्य

जगदगुरु स्वामी रामभद्राचार्य का असली नाम गिरधर मिश्रा है। उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में जन्मे स्वामी रामानन्द सम्प्रदाय के 4 जगदगुरु रामानन्दाचार्यों में से एक हैं। 1988 से वह इस पद पर हैं। बताया जाता है कि जब वह 2 महीने के थे, तभी उनकी आँखों की रोशनी चली गई थी। इसके बावजूद वह 22 भाषाओं के जानकार हैं और अब तक कुल 80 पुस्तकों व ग्रंथों की रचना कर चुके हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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