झारखंड की राजधानी राँची में विश्व हिन्दू परिषद (VHP) के नेता मुकेश सोनी की हत्या के मामले में मृतक के परिजनों ने खलारी थाने के SHO फरीद आलम को भी मुख्य साजिशकर्ता बताते हुए पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी है। शिकायत पत्र में यूनुस अंसारी और प्रिंस खान नाम के दो अन्य लोगों को भी आरोपित बनाया गया है। घटना की वजह लगभग सवा साल पहले श्मशान की भूमि पर किए गए अवैध कब्ज़े का मुकेश द्वारा विरोध करना बताया जा रहा है। इस प्रार्थना पत्र को पुलिस अधीक्षक देहात नौशाद आलम ने 16 दिसम्बर (गुरुवार) को रिसीव किया है।
झारखंड के खलारी में #मुकेश_सोनी की हत्या के बाद हिन्दू संगठनों का शासन – प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन..@BJP4Jharkhand @VHPDigital @drskj01 @vinod_bansal @dprakashbjp pic.twitter.com/edxNrERnTj
— Rahul Pandey (Journalist) (@STVRahul) December 17, 2021
शिकायती प्रार्थना पत्र में मुकेश के पिता ने लिखा है, “मुझे शक है कि मेरे बेटे की हत्या थाना प्रभारी खेलारी फरीद आलम के इशारे पर हुई है। लगभग सवा साल पहले 4 सितम्बर 2020 को खलारी के ही रहने वाले यूनुस अंसारी और प्रिंस खान द्वारा महावीर नगर के श्मशान घाट पर अवैध रूप से कब्ज़ा करके घर बनवाया जा रहा था। यह घर आरोपितों के अवैध कार्यों को अंजाम देने में काम आता। इसका विरोध मेरे बेटे मुकेश ने किया था। तब यूनुस और प्रिंस खान ने मुकेश को अंजाम भुगतने की चेतावनी भी दी थी।”
प्रार्थना पत्र में आगे लिखा गया है, “मेरे बेटे को लगातार धमकियाँ दी जा रही थीं। ये सब कुछ थाना प्रभारी फरीद आलम की जानकारी में था। आरोपित प्रिंस खान और यूनुस अंसारी अवैध हथियारों का कारोबार भी करते हैं। उनके इस काम को भी थाना प्रभारी फरीद आलम का संरक्षण प्राप्त है।” प्रार्थना पत्र में दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की माँग की गई है। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, पुलिस अधीक्षक देहात नौशाद आलम द्वारा थाना प्रभारी फ़रीद आलम पर कार्रवाई का केवल मौखिक आश्वासन दिया गया है।
उधर मुकेश सोनी का अंतिम संस्कार शुक्रवार (17 दिसंबर) को दिया गया। अंतिम संस्कार में भारी भीड़ जमा हुई थी। शव यात्रा सुबह 11 बजे उनके घर से उसी महावीर नगर के श्मशान घाट के लिए निकली, जिस पर अवैध कब्ज़े का उन्होंने विरोध किया था। इस अवसर पर हिन्दू संगठनों के तमाम पदाधिकारी मौजूद थे।
ऑपइंडिया ने इस संबंध में मृतक मुकेश के भाई सागर सोनी से बात की। सागर ने बताया, “ऐसी जानकारी मिली है कि खलारी थाना प्रभारी फरीद आलम पर करवाई की प्रक्रिया चल रही है। विधायक और हिन्दू संगठनों द्वारा हमारे परिवार के लिए रखी गई माँगों में से अभी कोई भी माँग पूरी नहीं हुई है। स्थानीय पुलिस की जाँच निष्पक्ष होगी, ये नहीं लगता हमें। हमारे घर सिर्फ भाजपा के विधायक और हिन्दू संगठन के नेता ही आए हैं। सत्ता पक्ष का कोई भी नेता या मंत्री हमसे मिलने नहीं आया। उनमें से किसी का फोन भी अभी तक नहीं आया है।”