उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक नाबालिग रेप पीड़िता ने तानों से तंग आकर ख़ुदकुशी कर ली। पीड़िता का शव फंदे से लटका पाया गया। जब पुलिस ने उसे उतारने की कोशिश की तो परिजनों और पुलिस के बीच विवाद हो गया। पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए लोगों ने करीब डेढ़ घंटे तक हंगामा किया।
ख़बर के अनुसार, एसपी (पूर्वी) राजकुमार अग्रवाल, सीओ अनवरगंज सैफुद्दीन बेग पुलिस फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुँचे। उन्होंने उचित कार्रवाई का आश्वासन देकर लोगों को शांत करवाया। उसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
कानपुर के रायपुरवा निवासी एक कारपेंटर की 13 वर्षीय नाबालिग लड़की को 13 जुलाई की रात सगे भाई वासिफ और वसाफ अगवा कर ले गए थे। उन्होंने अपने दोस्त श्यामू उर्फ़ सम्मू के साथ मिलकर नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया। अगले दिन पीड़िता जब घर पहुँची तो उसने परिजनों को आपबीती सुनाई। इसके बाद परिजन उसे थाने ले गए।
परिजनों के अनुसार, पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। कई चक्कर लगाने के बाद 27 जुलाई को रायपुरवा पुलिस न FIR दर्ज की, लेकिन आरोपितों को गिरफ़्तार नहीं किया। शुक्रवार (9 अगस्त) को क़रीब साढ़े आठ बजे जब घर के सभी सदस्य बाहर थे तो पीड़िता ने कमरे में जाकर दुपट्टे का फंदा बनाकर फाँसी लगा ली।
एसएसपी अनंत देव ने बताया कि पुलिस ने उन दो महिलाओं को गिरफ़्तार कर लिया है जिन्होंने पीड़िता को दुष्कर्म की बात पर ताना मारा था। उन्होंने बताया कि शायद पीड़िता ने महिलाओं द्वारा चिढ़ाए जाने और आरोपितों के ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई न होने से आहत होकर यह कदम उठाया। फ़िलहाल, दोनों महिलाएँ हिरासत में हैं और पुलिस मामले की जाँच कर रही है।