Sunday, September 15, 2024
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आपके ₹2000 के नोटों का अब क्या होगा? RBI गाइडलाइन और अन्य नियम: अफवाहों में न फँसें, यहाँ जानें सभी सवालों के जवाब

यह पहला मौका नहीं जब RBI इस तरह से नोटों की वापसी कर रही है। साल 2016 में हुई नोटबंदी से पहले रिजर्व बैंक ने 2013-14 में भी साल 2005 से पहले के सभी प्रचलित नोटों की वापसी का ऐलान किया था।

RBI यानि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 2000 रुपए के नोट वापस लेने का फैसला किया है। लोग अपने नोट 30 सितंबर 2023 तक बैंक में बदल सकेंगे। भारत के केंद्रीय बैंक का यह फैसला नोटबंदी की तरह नहीं है, बल्कि जो नोट प्रचलन में हैं उनसे अभी भी खरीदारी की जा सकती है। ₹2000 के नोट लेकर उठ रहे सारे सवालों का हम आपको यहाँ देंगे।

क्यों वापस लिए जा रहे ₹2000 के नोट…

सोशल मीडिया से लेकर राजनीतिक दलों तक ₹2000 के नोटों की वापसी को लेकर कई तरह के सवाल खड़े कर रहे हैं। इसको लेकर अफवाह फैलाने की भी कोशिश भी हो रही है। आपको किसी अफवाह में फँसने की जरूरत नहीं है।

दरअसल, नवंबर 2016 में ₹500 और ₹1000 के नोट वापस लेने के बाद देश में नोटों की किल्लत न हो, इसलिए RBI ने ₹2000 के नोट जारी किए थे। जब मार्केट में ₹100, ₹200 और ₹500 के नोटों की मात्रा पर्याप्त हो गई तो सरकार ने साल 2018-19 में ₹2000 के नोटों की छपाई बंद कर दी।

बड़ी बात यह है कि ₹2000 के कुल नोटों में से अधिकांश नोट साल 2017 के पहले ही जारी कर दिए गए थे। चूँकि एक नोट की लाइफ 4-5 वर्ष होती है और लोगों द्वारा ₹2000 के नोटों का उपयोग भी कम किया जा रहा है, ऐसे में रिजर्व बैंक ने ‘क्लीन नोट नीति’ के तहत इसे वापस लेने का ऐलान किया।

‘क्लीन नोट नीति’ के तहत भारतीय रिजर्व बैंक का उद्देश्य जनता को साफ, स्वच्छ व अच्छी गुणवत्ता वाले नोट मुहैया कराना होता है। इसके अलावा, कैशलेस और डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए भी RBI के इस कदम को कारगर माना जा रहा है।

अब भी चल रहे हैं ₹2000 के नोट, 30 सितंबर तक तो चलेंगे ही…

आम जनता के बीच सबसे बड़ा सवाल ₹2000 के नोटों की वैल्यू को लेकर है। इसको लेकर भारतीय रिजर्व बैंक ने साफ कहा है कि ये नोट अब भी चलन में हैं और इनकी वैधता बरकरार है। हालाँकि, 30 सितंबर 2023 तक इन नोटों को बैंक में जमा कराना होगा।

30 सितंबर के बाद जिन लोगों के पास नोट बचे रहेंगे उनका क्या होगा।, इसके बारे में RBI ने अभी कुछ नहीं कहा है। ऐसे में यह साफ है कि इस साल सितंबर तक तो ₹2000 के नोट काम करेंगी ही। इसके बाद के लिए हो सकता है कि RBI एक अन्य गाइडलाइन जारी करे।

नोट जमा करने या बदलने के नियम…

कोई भी व्यक्ति किसी भी बैंक जाकर अपने ₹2000 के नोट जमा करा सकता है या फिर उन्हें बदल सकता है। 23 मई 2023 से किसी भी बैंक में एक बार में सिर्फ 20,000 रुपए यानी कि 2000 रुपए के अधिकतम 10 नोट ही बदले जा सकते हैं।

हालाँकि, ₹2000 के नोट को कितनी बार जमा कराया जा सकता है, इसको लेकर कोई सीमा निश्चित नहीं की गई है। KYC होना अनिवार्य है। नोटों को जमा कराने और बदलने के लिए किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं देना होगा।

₹20000 रुपए से अधिक नकदी चाहिए तो…

सबसे बड़ा सवाल यह है कि यदि किसी को 20 हजार रुपए से अधिक की नकद राशि चाहिए तो उसे क्या करना होगा? जैसा कि ऊपर बताया गया है कि 2 हजार के नोट जमा करने के लिए कोई सीमा निर्धारित नहीं है। ऐसे में 2 हजार के नोट जमा करने के बाद बैंक से अपनी जमा राशि ₹100, ₹200, ₹500 के नोटों में (बैंक की सीमा के अनुसार) निकाली जा सकती है।

जनता को नहीं होगी समस्या…

देश के सभी बैंकों के अलावा RBI के 19 क्षेत्रीय कार्यालयों में नोटों को जमा कराने और बदलने की सुविधा दी गई है। देश में नकदी की कमी नहीं है, ऐसे में आम जनता को समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा।

इसके अलावा वरिष्ठ नागरिकों और बुजर्गों के लिए आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध कराने हेतु बैंकों को दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं। हालाँकि फिर भी बैंकों तक आने-जाने में होने वाली समस्याएँ तो आम हैं।

पहले भी वापस हो चुके हैं नोट…

यह पहला मौका नहीं जब RBI इस तरह से नोटों की वापसी कर रही है। साल 2016 में हुई नोटबंदी से पहले रिजर्व बैंक ने 2013-14 में भी साल 2005 से पहले के सभी प्रचलित नोटों की वापसी का ऐलान किया था।

उससे भी पहले कालेधन को खत्म करने के लिए तत्कालीन जनता पार्टी सरकार ने साल 1978 में ₹1000, ₹5000 और ₹10000 के नोट बंद कर दिए थे। हालाँकि, बाद में ₹1000 के नोटों की छपाई फिर शुरू की गई, लेकिन इसे फिर से बंद कर दिया गया।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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