Saturday, November 16, 2024
Homeदेश-समाजकर्नाटक के धारवाड़ में RSS का तीन दिवसीय बैठक: बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार...

कर्नाटक के धारवाड़ में RSS का तीन दिवसीय बैठक: बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार सहित कई मुद्दों पर होगी चर्चा, BJP नेता नहीं होंगे शामिल

बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के शामिल होने की खबरों पर सुनील अम्बेकर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का कोई भी नेता या मंत्री इस बैठक में शामिल नहीं हो रहा।

कर्नाटक के धारवाड़ में गुरुवार (28 नवम्बर 2021) को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की तीन दिवसीय अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक शुरु हो गई है। इस बैठक की शुरुआत सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने दीप प्रज्ज्वलित कर की। इसके बाद भारत माता के चित्र पर फूल चढ़ाए गए। बैठक में देश भर से आए लगभग 350 कार्यकर्ता हिस्सा ले रहे हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इसकी जानकारी दी है।

यह आयोजन धारवाड़ स्थित राष्ट्रोत्थान विद्या केंद्र में हो रहा है। इसमें संघ के सभी केंद्रीय अधिकारियों के साथ विभिन्न क्षेत्रों और प्रांतों के संघचालक, कार्यवाह और प्रचारक शामिल हैं। मीडिया रिपोर्ट में इस अखिल भारतीय बैठक को पूर्ण उपस्थिति के साथ होना बताया जा रहा है। यह बैठक हर साल दीपावली से पहले आयोजित होती है। पिछले साल कोरोना के चलते इसका आयोजन नहीं हो सका था। तब यह बैठक ऑनलाइन आयोजित की गई थी।

एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार इस बैठक की चर्चा का मुख्य बिंदु होगा। बांग्लादेशी हिंदुओं के घरों, दुकानों और धर्मस्थलों पर हो रहे इस्लामी चरमपंथी हमलों के विरुद्ध एक प्रस्ताव भी पारित किया जा सकता है। इसी के साथ स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगाँठ पर मनाए जा रहे अमृत महोत्सव को लेकर भी योजनाएँ बनाई जाएँगी। RSS के राष्ट्रीय प्रचार प्रमुख सुनील अम्बेकर ने इसकी जानकारी दी।

बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के शामिल होने की खबरों पर सुनील अम्बेकर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का कोई भी नेता या मंत्री इस बैठक में शामिल नहीं हो रहा। उन्होंने कहा कि ABVP के कार्यकर्ता इस बैठक में संगठन के विस्तार आदि के मुद्दों पर चर्चा के लिए हिस्सा लेंगे।

वर्ष 2025 में संघ का शताब्दी वर्ष है। ऐसे में संघ मात्र कार्यक्रम ही नहीं करना चाहता, बल्कि उसकी कोशिश उन स्थानों तक पहुँचने की है, जहाँ अभी तक संघ पहुँच नहीं पाया है। तीन दिन चलने वाली इस बैठक में सभी बड़े पदाधिकारी अगले 3 वर्ष की योजना बनाएँगे। इसमें देश के सभी गाँवों और पंचायतों तक पहुँचने का लक्ष्य होगा। इस बैठक में वर्तमान संघ की कार्य-स्थिति और कार्य-विस्तार की योजना पर भी चर्चा होगी। इस बैठक का समापन 30 अक्टूबर 2021 की शाम को होगा।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जिनके पति का हुआ निधन, उनको कहा – मुस्लिम से निकाह करो, धर्मांतरण के लिए प्रोफेसर ने ही दी रेप की धमकी: जामिया में...

'कॉल फॉर जस्टिस' की रिपोर्ट में भेदभाव से जुड़े इन 27 मामलों में कई घटनाएँ गैर मुस्लिमों के धर्मांतरण या धर्मांतरण के लिए डाले गए दबाव से ही जुड़े हैं।

‘गालीबाज’ देवदत्त पटनायक का संस्कृति मंत्रालय वाला सेमिनार कैंसिल: पहले बनाया गया था मेहमान, विरोध के बाद पलटा फैसला

साहित्य अकादमी ने देवदत्त पटनायक को भारतीय पुराणों पर सेमिनार के उद्घाटन भाषण के लिए आमंत्रित किया था, जिसका महिलाओं को गालियाँ देने का लंबा अतीत रहा है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -