मनसुख हिरेन की मौत के मामले में जाँच करते हुए राष्ट्रीय जाँच एजेंसी रविवार (मार्च 28, 2021) को निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे के साथ मीठी नदी पहुँची। यहाँ गोताखोरों की मदद से NIA को नदी में से नंबर प्लेट और डीवीआर समेत कई अहम सुराग हाथ लगे।
समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि NIA मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में मीठी नदी के पुल पर वाजे को लेकर गई। वहाँ गोताखोरों ने नदी से एक गाड़ी की नंबर प्लेट और अन्य सामान बरामद किया। कहा जा रहा है कि वाझे ने ही पूछताछ में NIA को बताया कि उसने सबूतों को नष्ट करने के लिए मीठी नदी में फेंक दिया था।
महाराष्ट्र: मनसुख हिरेन मामले की जांच के सिलसिले में NIA सचिन वाझे को मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में मीठी नदी के पुल पर ले गई है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 28, 2021
गोताखोरों ने नदी से एक गाडी की नंबर प्लेट और अन्य सामान बरामद किया है। pic.twitter.com/d2HNR3xXmq
जानकारी के अनुसार, नदी से गोताखोरों को 2 सीपीयू, 1 प्रिंटर, 1 लैपटॉप और 1 हार्ड डिस्क मिला। इसके अलावा दो नंबर प्लेट बरामद हुए हैं, जिन पर एक ही नंबर MHO2FP1539 लिखा है। जाँच एजेंसी के सूत्रों की मानें तो ये सारी चीजें एंटीलिया और मनसुख हिरेन केस से जुड़ी हुई हैं।
#WATCH | Maharashtra: Divers of NIA recover computer CPUs, two number plates carrying the same registration number, and other items from Mithi river in Mumbai’s Bandra Kurla Complex as the agency probes the death of Mansukh Hiren.
— ANI (@ANI) March 28, 2021
Accused Sachin Waze is also present at the spot pic.twitter.com/RXq2d4cCMP
उल्लेखनीय है कि एंटीलिया केस और मनसुख हिरेन मामले में सचिन वाजे के बाद अब उसके करीबी एपीआई रियाज काजी की सीसीटीवी फुटेज सामने आई है। इस फुटेज में वह विक्रोली में नंबर प्लेट की दुकान में प्रवेश करते हुए पाया गया।
रिपब्लिक टीवी की रिपोर्ट के अनुसार रियाज काजी ने नष्ट करने के इरादे से दुकान के मालिक से डीवीआर फुटेज माँगा। मालिक के साथ बातचीत के बाद उसे डीवीडी और एक कंप्यूटर ले जाते हुए देखा जा सकता है।
दुकान के मालिक को एजेंसी द्वारा पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। दुकान मालिक का बयान दर्ज किया गया है। एनआईए और एटीएस सूत्रों का हवाला देते हुए, रिपब्लिक ने कहा कि काजी को वर्तमान में सबूतों को नष्ट करने के आरोप में जाँच की जा रही है।
एनआईए और एटीएस दोनों द्वारा रियाज काजी को एंटीलिया बम कांड की जाँच और व्यापारी मनसुख हिरेन की हत्या में अपनी भूमिका जानने के लिए कई बार तलब किया गया है। इससे पहले, रियाज काजी को ठाणे में सचिन वाजे के आवास परिसर से सीसीटीवी फुटेज एकत्र करते देखा गया था। सूत्रों के मुताबिक, दोनों एजेंसियों को कथित तौर पर रियाज काजी पर शक है कि सचिन वाजे को फर्जी नंबर प्लेट खरीदने और अहम सबूत नष्ट करने में मदद मिली है।