25 फरवरी 2021 को मुंबई में उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर ‘एंटीलिया’ के बाहर विस्फोटक लदी एक स्कॉर्पियो खड़ी मिली थी। इस मामले में राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) ने शनिवार (13 मार्च 2021) की रात मुंबई क्राइम ब्रांच में रहे सचिन वाजे को गिरफ्तार किया था। बीजेपी नेता और पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने बताया है कि वाजे के आधा दर्जन से ज्यादा बिजनेस हैं। उनका दावा है कि वाजे के पाटर्नर शिवसेना के नेता हैं।
#WATCH | Mumbai Police officer Sachin Waze has more than 6 businesses — Multibuild Infraprojects Limited, Techlegal Solutions Pvt Ltd, DGNext Multimedia Limited & others. Who were the business partners? Shiv Sena leaders Sanjay Mashelkar & Vijay Gawai: BJP leader Kirit Somaiya pic.twitter.com/9YbYKSPAfY
— ANI (@ANI) March 14, 2021
सोमैया ने कहा, “मुंबई के पुलिस अधिकारी सचिन वाजे के 6 से अधिक बिजनेस हैं- मल्टीबिल्ड इंफ्राप्रोजेक्ट्स लिमिटेड, टेकलीगल सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, डीजीनेक्स्ट मल्टीमीडिया लिमिटेड और भी कई हैं। इसमें बिजनेस पार्टनर कौन है? शिवसेना के नेता संजय माशेलकर और विजय गवई। सचिन वाजे चीज क्या है?”
Sachin Vaze’s Companies
— Kirit Somaiya (@KiritSomaiya) March 14, 2021
1) MULTIBUILD INFRAPROJECTS LIMITED
2) TECHLEGAL SOLUTIONS PRIVATE LIMITED
3) DIGINEXT MULTI MEDIA LIMITED
Assistant Police Inspector have so many Companies, Business @BJP4Maharashtra @BJP4India @Dev_Fadnavis
वहीं संजय राउत ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मेरा मानना है कि सचिन वाजे एक बहुत ही ईमानदार और सक्षम अधिकारी हैं। उसे जिलेटिन की छड़ें पाए जाने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। एक संदिग्ध मौत भी हुई। मामले की जाँच करना मुंबई पुलिस की जिम्मेदारी है। किसी केंद्रीय टीम की जरूरत नहीं थी।”
I believe Sachin Waze is a very honest & capable officer. He has been arrested in connection with gelatin sticks that were found. One suspicious death also occurred. It’s Mumbai Police’s responsibility to investigate the matter. No central team was needed: Sanjay Raut, Shiv Sena pic.twitter.com/qWKyXgp5sH
— ANI (@ANI) March 14, 2021
पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “सचिन वाजे की गिरफ्तारी के बाद महाराष्ट्र के सीएम और गृह मंत्री उनके बचाव में इस तरह आ रहे हैं, जैसे वे उनके वकील हों। मुझे लगता है कि अभी तो केवल एक एंगल सामने आया है, लेकिन मनसुख हिरेन की मौत का मामला अभी तक हल नहीं हुआ है। जाँच से पता चलेगा कि कौन शामिल था और उसका क्या इरादा था।”
Sachin Waze’s arrest raised questions on govt. Maharashtra CM & HM were protecting him as if they were his lawyers. I think only one angle has come out but Mansukh Hiren death case isn’t solved yet. Probe will reveal who was involved & what was the intention:Devendra Fadnavis,BJP pic.twitter.com/XMD6RzlpUE
— ANI (@ANI) March 14, 2021
सचिन वाजे को आज (14 मार्च) को वाजे को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने 25 मार्च तक उसे NIA की कस्टडी में भेज दिया। इससे पहले सचिन वाजे ने ठाणे की एक अदातल में अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की थी, जो खारिज कर दी गई थी। कोर्ट से NIA ने सचिन वाजे की 14 दिन की कस्टडी माँगी थी। NIA ने कहा है कि यह एक बड़ी साजिश है। इसमें कई लोगों के शामिल होने का संदेह है।
Mumbai police officer Sachin Waze has been sent in NIA custody till March 25, in connection with his role & involvement in placing explosives-laden vehicle near Mukesh Ambani’s house in Mumbai on February 25
— ANI (@ANI) March 14, 2021
Maharashtra: Mumbai Police Officer Sachin Waze being brought out of NIA office in Mumbai, to be taken to NIA court. He was arrested last night in connection with NIA investigation into the recovery of explosives from a car parked near Mukesh Ambani’s residence. pic.twitter.com/p0zOChXvi1
— ANI (@ANI) March 14, 2021
इससे पहले मीडिया रिपोर्टों में बताया गया था कि सचिन वाजे ने कबूल कर लिया है कि वो षड्यंत्र का हिस्सा थे। सूत्रों के हवाले से बताया गया था कि वह इस पूरे षड्यंत्र का एक बहुत छोटा सा हिस्सा है। बड़े खिलाड़ी शिवसेना के वे नेता हैं, जिनका उसने नाम लिया है।
सचिन वाजे के बारे में बता दें कि उन्हें एनकाउंटर स्पेशलिस्ट कहा जाता रहा है। कोल्हापुर के रहने वाले वाजे 1990 बैच के अधिकारी हैं, जिन्होंने 1992-2004 के बीच 63 अपराधियों का एनकाउंटर किया। घाटकोपर ब्लास्ट से जुड़े मामले में ख्वाजा यूनुस की पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी, जिसके बाद CID जाँच हुई और वाजे गिरफ्तार हुए। निलंबन के बाद वो शिवसेना में चले गए, लेकिन 2020 में उन्हें शिवसेना की सरकार में फिर वर्दी मिल गई।