महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उनके बेटे आदित्य ठाकरे के खिलाफ कथित आलोचनात्मक टिप्पणियाँ करने के आरोप में गिरफ्तार सोशल मीडिया यूजर समित ठक्कर को 13 नवंबर तक के लिए एक बार फिर से पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। आरोप है कि समित ठक्कर ने आदित्य ठाकरे को ‘बेबी पेंगुइन’ कह दिया था जिस कारण वो ठाकरे सरकार की नजरों में चढ़े हुए हैं।
गौरतलब है कि दीवाली की वजह से अदालत आगामी 13 से 15 नवंबर तक बंद है। इसका मतलब है कि समित को इस साल की दिवाली जेल में गुजारनी होगी। साथ ही उसकी जमानत अर्जी पर सुनवाई छुट्टियों के खत्म होने के बाद यानी 16 नवंबर को ही संभव है।
So @thakkar_sameet has been ordered police custody till Nov 13th in the BKC cyber matter.
— Sneha Singhvi (@snehasneha173) November 11, 2020
The courts are observing holidays from 13th so bail is only possible (if at all by the mercy of law) on 16th.
Happy Diwali !!!
बता दें कि यह फैसला इस सप्ताह सोमवार को ठक्कर की जमानत अर्जी खारिज होने के बाद सामने आया। गिरगाँव की एक स्थानीय अदालत ने उसे फिर से गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया। ठक्कर को अदालत से 2 नवंबर को जमानत मिलने के बाद मुंबई पुलिस ने उसे फिर से गिरफ्तार किया था।
आदित्य ठाकरे के खिलाफ किया था अपमानजनक पोस्ट
नागपुर पुलिस ने ट्विटर पर उनकी टिप्पणियों को लेकर नागपुर और मुंबई में कई प्राथमिकी दर्ज होने के बाद ठक्कर को उन्हें 24 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था। इन टिप्पणियों में उन्होंने कथित तौर पर महाराष्ट्र के पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे को ‘बेबी पेंगुइन’ भी कहा था।
समित के खिलाफ 2 जुलाई को नागपुर और वीपी रोडपुलिस स्टेशन मुंबई में दो एफआईआर दर्ज की गईं थी। उन पर सीएम ठाकरे, आदित्य ठाकरे और नितिन राउत के खिलाफ कथित तौर पर आपत्तिजनक सामग्री पोस्ट करने का आरोप लगाया गया था। उन्होंने ठाकरे के खिलाफ 1 और 30 जून को ट्वीट पोस्ट किया था। जबकि 1 जुलाई को उन्होंने संजय राउत के खिलाफ एक ट्वीट पोस्ट किया था।
काले कपड़े पहनाए, चेहरा ढके और दोनों हाथ रस्सी से बांधा, समित का वायरल वीडियो
उल्लेखनीय है कि इससे पहले पिछले सप्ताह, सोशल मीडिया पर पुलिस के अधिकारियों की गिरफ्त में समित का एक वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियो में समित ठक्कर को अदालत ले जाते समय उसे काले कपड़े पहनाए, चेहरा ढके और दोनों हाथ रस्सी से बाँधा हुआ देखा गया था। वीडियो 30 अक्टूबर का था। जिसके बाद समित ठक्कर को कोर्ट ने 2 नवंबर तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
वायरल हुए वीडियो को काफी दूर से लिया गया था। जिसमें पुलिसकर्मी साफ दिखाई दे रहे हैं। स्नेहा सिंघवी नाम की एक यूजर ने ट्विटर पर इस वीडियो को शेयर किया गया था। उन्होंने वीडियो पोस्ट करते हुए पुष्टि की थी कि काले कपड़े से ढका व्यक्ति कोई और नहीं बल्कि ट्विटर यूजर समीत ठक्कर है।
वहीं 2 नवंबर को नागपुर कोर्ट द्वारा समित को जमानत दिए जाने के कुछ देर बाद मुंबई वीपी रोड पुलिस ने उसे अदालत परिसर से फिर गिरफ्तार किया और उसे मुंबई ले गई। समित के भाई ऋषि ने आरोप लगाया कि उनके भाई को एक सोची-समझी साजिश के तहत गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि समित के खिलाफ कई एफआईआर दर्ज की गई हैं, इसलिए यदि वह एक में जमानत लेता है तो उसे साजिश के तहत अन्य एफआईआर के आधार पर गिरफ्तार कर लिया जाता है।