जेएनयू की पूर्व छात्रा शेहला रशीद के पिता अब्दुल रशीद शोरा ने अपनी बेटी पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि शेहला ने पार्टी कब बनाई थी और उन्हें इसके लिए फंड कहाँ से मिल रहा है।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार शोरा ने बताया, “शेहला ने पार्टी तब बनाई थी, जब वह यूएस गई थीं। इन्हें सारा फंड राष्ट्र विरोधी ताकतों से प्राप्त होता है। कोई राष्ट्रीय पार्टी इन्हें फंड नहीं देगी। अपने लिए सुरक्षा माँगने के साथ मैंने डीजी सर से इन फंड पर जाँच करने को भी कहा है।”
I was restored to the right of habitation to my house in a day by a court order after the domestic violence complaint. If I’m a violent person, surely there must be a string of FIRs against me? But there are not: Abdul R Shohra, father of Shehla Rashid https://t.co/9lafEqIsR2
— ANI (@ANI) December 1, 2020
उन्होंने अपने ऊपर लगे घरेलू हिंसा के आरोपों को लेकर कहा, “अगर मैं हिंसक होता तो मेरे खिलाफ जरूर एफआईआर होती, लेकिन मेरे खिलाफ कोई एफआईआर नहीं है।”
उन्होंने बताया कि शेहला के घरेलू हिंसा के आरोपों पर उन्होंने कोर्ट के ऑर्डर पर स्टे लिया है, जिसके बाद उन्हें घर में रुकने की इजाजत दी गई है, लेकिन, SHO ने उन्हें रुकने नहीं दिया। इस पर उन्होंने शिकायत की है।
आज तक की खबर के अनुसार, शोरा ने कहा, “मेरे ऊपर जो शेहला ने केस किया है, उसमें खुद को बेरोजगार बताया है। लेकिन आज के वक्त में उनके अकाउंट को आप देख लीजिए। इनकी पार्टी के जो साथी हैं, उनमें रशीद इंजीनियर शामिल हैं, जिनका इतिहास खराब रहा है।”
अब्दुल रशीद ने इस संबंध में की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह भी कहा, “मैं एक गैर राजनीतिक व्यक्ति हूँ। मैंने शेहला को इन सबसे दूर रहने को भी कहा था, लेकिन उसने नहीं सुनी। शेहला ने कश्मीर के पूर्व विधायक और अलगाववादी बोली बोलने वाले इंजीनियर रशीद को JNU में बोलने का मौका क्यों दिया? मेरी बेटी लेफ्ट पार्टी की एक्टिव सदस्य थी और वह मेरठ से चुनाव लड़ने वाली थी। शेहला को कहाँ से, कैसे और क्यों फंडिंग आती है, इसकी भी जाँच की जानी चाहिए। उसे US में बैठे कुछ अलगाववादी फंडिंग करते हैं।”
बता दें कि इससे पहले अब्दुल रशीद ने बेटी शेहला के ख़िलाफ अपनी शिकायत में बताया था कि वह उन्हें मौत की धमकी देती हैं। शोरा के मुताबिक, शेहला ‘कुख्यात गतिविधियों’ में शामिल है। वे कहते हैं, “मेरे घर में राष्ट्र विरोधी गतिविधियाँ चल रही हैं।”
अब्दुल रशीद शोरा ने इस संबंध में जम्मू-कश्मीर के डीजीपी को भी अपनी शिकायत दी। इसमें उन्होंने शेहला की ‘कुख्यात गतिविधियों’ को उजागर करते हुए उसके बैंक अकाउंट की जाँच की माँग की।
उन्होंने आरोप लगाया कि शेहला ने कश्मीर केंद्रित राजनीति में शामिल होने के लिए ‘कुख्यात लोगों’ से 3 करोड़ रुपए नकद लिए हैं। उन्होंने माँग की है कि फिरोज पीरजादा, जहूर वटाली (एनआईए द्वारा गिरफ्तार) और रशीद इंजीनियर के बीच के ‘रहस्यमय वित्तीय डील’ की जाँच की जाए।
1) Many of you must have come across a video of my biological father making wild allegations against me and my mum & sis. To keep it short and straight, he’s a wife-beater and an abusive, depraved man. We finally decided to act against him, and this stunt is a reaction to that. pic.twitter.com/SuIn450mo2
— Shehla Rashid (@Shehla_Rashid) November 30, 2020
इन आरोपों के बाद शेहला ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सभी आरोपों को खारिज करते हुए अपने पिता को हिंसक व गालीबाज बताया। उन्होंने लिखा, “उन्होंने कभी अपने सपनों में नहीं सोचा था कि उनकी आज्ञाकारी पत्नी और डरपोक बेटियाँ उनके खिलाफ बोलेंगी। चूँकि उन्हें माननीय न्यायालय द्वारा घर में प्रवेश करने से रोका गया था, इसलिए वे सस्ते स्टंट का सहारा लेकर न्यायिक प्रक्रिया को पटरी से उतारने की कोशिश कर रहे हैं।”
गौरतलब है कि जिन शेहला पर आज राष्ट्रविरोधी ताकतों से फंड लेने के इल्जाम उनके पिता द्वारा ही लगाए जा रहे हैं, उन्हीं के जेएनयू में उपाध्यक्ष रहते हुए वहाँ फरवरी 2016 में एक कार्यक्रम में देश विरोधी नारे लगे थे। उस समय अध्यक्ष कन्हैया कुमार पुलिस की गिरफ्त में आए थे, लेकिन शेहला को सिर्फ आलोचना मिली थी। इसके बाद वह कई मुद्दों पर भारत सरकार और देश की सेना पर इल्जाम लगाती रहीं। वह अक्सर अपने कई विवादित बयानों के चलते चर्चा का कारण बनी हैं।