फायरब्रांड राजनेता और शिवसेना से राज्यसभा सदस्य संजय राउत को उनके डॉक्टरों ने अगले कुछ दिनों तक कम बोलने की सख्त सलाह दी है। लीलावती अस्पताल में एंजियोप्लास्टी सर्जरी के बाद राउत को डॉक्टरों ने सलाह दिया है।
राउत को अस्पताल से शनिवार (दिसंबर 5, 2020) को छुट्टी मिली। जिसके बाद पत्रकारों ने उनसे उनकी सर्जरी के बारे में पूछताछ की। राउत ने उनके सवालों के जवाब देते हुए कहा, “डॉक्टरों ने मुझे कम बात करने और तनाव मुक्त जीवन जीने के लिए कहा है। मैं डॉक्टरों की बातों का पालन करूँगा और आशा करता हूँ कि मुझे फिर से अस्पताल नहीं जाना पड़ेगा।”
राउत ने यह भी कहा कि उनकी आखिरी सर्जरी के दौरान कुछ चीजें रह गई थी, जिसकी वजह से उन्हें फिर से सर्जरी करवानी पड़ी। हालाँकि, कोरोना वायरस की वजह से उन्होंने काफी समय से अपना इलाज नहीं करवाया था।
बता दें कि डॉक्टरों ने राउत को खाने-पीने में संयम बरतने की सलाह के अलावा फूड डाइट प्लान भी दिया है, जिसका उन्हें कठोरता से पालन करना है। उन्होंने कहा कि वह सोमवार से दोबारा सामना में संपादन शुरू करेंगे।
राउत की गुरुवार (दिसंबर 4, 2020) को एंजियोप्लास्टी सर्जरी हुई थी। बता दें यह सर्जरी आर्टरी के माध्यम से रक्त के प्रवाह को बहाल करने के लिए की जाती है। पिछले साल भी इसी तरह की उनकी एंजियोप्लास्टी सर्जरी हुई थी। हालाँकि, सर्जरी के बाद भी उनकी समस्या बनी रही। जिसके चलते राउत कुछ दिनों पहले अस्पताल में भर्ती हुए थे।
गौरतलब है कि हाल ही में जब कंगना रनौत ने मुंबई की तुलना पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) से कर दी गई थी तब राउत ने इसके खिलाफ काफी बड़ा मोर्चा खोल दिया था। इतना ही नहीं इस मामले पर उन्होंने शब्दों की मर्यादा को तार-तार करते हुए एक महिला को हरामखोर तक कह दिया था।