उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले से ईसाई धर्मांतरण का मामला सामने आया है। यहाँ संजीव कुमार नाम के व्यक्ति को पादरी बताते हुए हिन्दू संगठनों ने उस पर हिन्दुओं के धर्म परिवर्तन की साजिश रचने का आरोप लगाया है। धर्मान्तरण के लिए संजीव लोगों को ‘कैलेसिया’ नामक सभा के बहाने एकजुट करता था। हिन्दू संगठनों ने इस सभा में पहुँच कर हंगामा किया। पुलिस ने संजीव को हिरासत में ले कर पूछताछ शुरू कर दी है। घटना शनिवार (7 सितंबर 2024) की है।
यह मामला सीतापुर जिले के थानाक्षेत्र सदरपुर का है। शनिवार को यहाँ राष्ट्रीय बजरंग दल के जिला उपाध्यक्ष राहुल गुप्ता ने पुलिस में तहरीर दी है। तहरीर में राहुल ने बताया कि उनको गाँव देवरिया खुर्द में संजीव कुमार नाम के एक धर्मांतरित ईसाई द्वारा हिन्दुओं के धर्म परिवर्तन की सूचना मिली थी। संजीव सीतापुर के मानपुर थाना क्षेत्र का रहने वाला है। आरोप है कि खुद धर्म परिवर्तन के बाद वह अन्य हिन्दुओं को भी ईसाई बनाने के काम पर लगा हुआ है। इसी सूचना पर राष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ता गाँव देवरिया खुर्द पहुँच गए।
प्राप्त तहरीर के आधार पर अभियोग पंजीकृत करते हुए मुख्य आरोपी को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। अग्रिम विधिक कार्यवाही प्रचलित है।
— Sitapur Police (@sitapurpolice) September 7, 2024
शिकायत में राहुल गुप्ता ने आगे बताया कि सूचना सही पाई गई और गाँव में संजीव हिन्दुओं के धर्मांतरण में व्यस्त मिला। वह एक घर में सभा जुटा कर लोगों को बहला-फुसला रहा था। सभा स्थल पर शिकायतकर्ता राहुल गुप्ता और उनके सहयोगियों ने हंगामा किया। हंगामे की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुँची। मुख्य आरोपित संजीव को हिरासत में ले लिया गया है जिस से पूछताछ की जा रही है। आरोपित पर उत्तर प्रदेश धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम की धाराओं में कार्रवाई की गई है। ऑपइंडिया के पास FIR कॉपी मौजूद है।
जिस घर में धर्मांतरण की साजिश का आरोप है वहाँ की दीवारों पर ईसा मसीह के चित्र लगे हुए हैं। चित्रों के साथ दीवारों पर ईसाई साहित्य से जुड़ी कई अन्य बातें भी कागजों पर लिखी मिली। इस दौरान हिन्दू संगठन के सदस्यों और संजीव के समर्थकों में नोकझोंक भी हुई। राष्ट्रीय बजरंग दल के सीतापुर पदाधिकारी आशुतोष ने वीडियो जारी कर के बताया कि लोगों को ईसाई मत में लाने के लिए संजीव कैलेसिया नाम की सभा जुटाता था।
आशुतोष का दावा है कि कथित प्रार्थना स्थल पर बाइबिल, अन्य ईसाई सहित और एक तरल पदार्थ भी मिला है। उन्होंने सभा के आयोजक संजीव को पादरी बताया है। दावा है कि संजीव को हिन्दू संगठन से जुड़े लोग ही पकड़ कर पुलिस को सौंपा था। आशुतोष ने आगे बताया कि ये उनके द्वारा अब तक एक दर्जन से अधिक कैलेसिया सभाएँ पकड़ी गई हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मामले को देखने का अनुरोध करते हुए राष्ट्रीय बजरंग दल ने पुलिस से भी सक्रियता की उम्मीद जताई।