उसका असली नाम कनीज फातिमा है। मूल रूप से बांग्लादेश की रहने वाली है। लेकिन दुनिया उसे अंजलि के नाम से जानती है। उस निवेश पोद्दार की गर्लफ्रेंड/पत्नी समझती है जो नक्सली संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (PLFI) के मुखिया दिनेश गोप का राइट हैंड माना जाता है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार देह के धंधे से जुड़ी फातिमा पहले निवेश के दिल में उतरी फिर नक्सली संगठन की राजदार बन गई।
झारखंड पुलिस ने राँची के रहने वाले निवेश निवेश के साथ जिन लोगों को गिरफ्तार किया था, उनमें फातिमा भी थी। बताया जा रहा है कि निवेश की कथित पत्नी के सीने में कई राज दफन हैं। यही वजह है कि फातिमा से राँची पुलिस के अधिकारी लगातार पूछताछ कर रहे हैं। पुलिस को अंदेशा है कि फातिमा PLFI और निवेश के कई राज जानती है।
गुरुवार (13 जनवरी 2022) को फातिमा को धुर्वा थाना लाया गया, जहाँ वरीय अधिकारियों ने उससे लंबी पूछताछ की। जानकारी के मुताबिक अंजलि उर्फ फातिमा बांग्लादेश के खुलना नामक इलाके की रहने वाली है। पिछले 7-8 सालों से फातिमा दिल्ली में अंजलि नाम से रह रही थी। पुलिस की पूछताछ में फातिमा ने यह बताया है कि बांग्लादेश से दिल्ली आने के बाद उसने अपना नाम अंजलि रख लिया था। वह जिस्मफरोशी के धंधे में लिप्त थी। दिल्ली की बदनाम गलियों में ही रहकर वह अपनी जीविका चला रही थी। इसी दरम्यान उसकी मुलाकात निवेश से हुई और धीरे-धीरे दोनों एक-दूसरे के करीब आ गए।
दरअसल निवेश को भी एक ऐसा राजदार चाहिए था, जो दिल्ली में रहकर उसकी अवैध कमाई को व्हाइट करने के काम की मॉनिटरिंग कर सके। इसके लिए बाकायदा निवेश उसे दिल्ली में सबकी नजरों के सामने पत्नी बनाकर रखे हुए था। पुलिस को अब तक फातिमा का पासपोर्ट नहीं मिला है, लेकिन तलाशी के दौरान फर्जी आधार कार्ड बरामद किया गया है।
पुलिस की जाँच में अब तक ये पता चला है कि लेवी के पैसों को निवेश अपने साथियों के साथ रियल एस्टेट और होटल के कारोबार में लगा रहा था। इस दौरान वह लाखों रुपए के लेन-देन भी एक साथ किया करता था। वहीं इन्हीं पैसों से लग्जरी गाड़ियाँ भी खरीद रखा था। महँगी लग्जरी कार में वह फातिमा को पत्नी के रूप में बिठाकर घूमाता था, ताकि किसी को शक न हो।
निवेश ने पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप के कहने पर दिल्ली में एक थ्री स्टार होटल खरीदा था। यह होटल फातिमा ही चलाती थी। होटल से होने वाली कमाई का पूरा हिसाब दिनेश गोप के पास होता था। इस होटल का इस्तेमाल नक्सलियों को ठहराने के लिए भी किया जाता था।
गौरतलब है कि पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप पर झारखंड पुलिस लगातार शिकंजा कस रही है। राँची पुलिस ने गुरुवार को उसके करीबी सहयोगी निवेश पोद्दार समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। गिरफ्तार आरोपितों में निवेश पोद्दार, ध्रुव कुमार, शुभम पोद्दार और अंजलि उर्फ कनीस फातिमा शामिल हैं। आरोपितों के पास से पुलिस ने 6 पिस्टल और 85 कारतूस बरामद किया है।