भाजपा नेता व राज्यसभा सांसद जीवीएल नरसिम्हा राव पर जूता फेंकने का मामला सामने आया है। ये घटना एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान हुई। भाजपा कार्यालय में ये अपने-आप में पहली ऐसी घटना है। ये घटना हुई तब हुई जब नरसिम्हा राव, साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर की उम्मीदवारी को लेकर पत्रकारों से बात कर रहे थे। जीवीएल ने घटना के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस को नहीं रोका और पत्रकारों से बात करते रहे। भाजपा के महासचिव भूपेंद्र यादव की मौजूदगी में हुई इस घटना को राव ने कॉन्ग्रेसी मानसिकता का परिचय करार दिया। हालाँकि, जूता फेंकने वाला व्यक्ति शक्ति भार्गव को लोगों ने धर लिया और उसे बाहर ले गए। ख़ुद को व्हिसल ब्लोअर बताने वाला भार्गव, साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को टिकट दिए जाने से नाराज़ बताया जा रहा है।
BJP मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान जीवीएल नरसिम्हा राव पर फेंका गया जूता pic.twitter.com/8IktZhvMvp
— DAINK PRAJA SHAKTI (@ShekhIm37084499) April 18, 2019
भार्गव ने दावा किया कि उसने अपनी फेसबुक पोस्ट में ‘लाल इमली मिल्स’ के कर्मचरियों और पीएसयू कर्मचारियों की आत्महत्या का मामला उठाया था। इसके लिए उसने सरकार को ज़िम्मेदार ठहराया था। लेकिन हिंदुस्तान में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, शक्ति भार्गव आयकर विभाग की रडार पर है। कई संदेहास्पद ख़रीददारियों के लिए आयकर विभाग की नज़रों में चढ़ा भार्गव अपने ठिकानों पर सरकारी एजेंसी की छापेमारी से परेशान बताया जा रहा है। डॉक्टर शक्ति भार्गव कानपुर के भार्गव अस्पताल का मालिक है और शहर के नामचीन डॉक्टरों में से एक गिना जाता है। बीआईसी बंगले की ख़रीद-फ़रोख़्त में उसने कई गड़बड़ियाँ की है।
इन बंगलों को लेकर उसके घर में भी सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। हाईकोर्ट में उनके ख़िलाफ़ याचिका दायर की गई है और ये याचिका ख़ुद उसके माता-पिता ने दायर की है। शक्ति भार्गव के माता-पिता ने बहू-बेटे पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। शक्ति पर आरोप है कि उसने बीआईसी बंगलों को माँ डॉ. दया भार्गव के नाम पर ख़रीदा और फिर उन्हें एक कंपनी बनाकर ट्रांसफर करा लिया। बाद में उसने अपने माँ व भाई को ही अलग कर दिया। अभी छह महीने पहले उसके पिता वेद प्रकाश भार्गव का निधन हो गया था।
2018 में आयकर विभाग ने डॉक्टर भार्गव के कई ठिकानों पर छापा मारा था। उसका रियल एस्टेट का भी बड़ा कारोबार है। डॉ. शक्ति भार्गव ने स्काई लाइन निर्माण प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में करीब आठ करोड़ रुपए का निवेश किया था लेकिन वह आयकर विभाग को इस रक़म का स्रोत बताने में नाकाम रहा। भार्गव ने 500 करोड़ रुपए के बीआईसी के तीन बेशकीमती बंगले 11.5 करोड़ रुपए में ख़रीदे। उनके माँ-बाप ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर शक्ति व उसकी पत्नी शिखा भार्गव पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था। हाईकोर्ट ने डीएम को आदेश देकर बेटे-बहू को घर से निकाल कर वृद्ध दम्पति को राहत देने की बात कही थी।
#Delhi : बीजेपी नेताओं पर जूता फेंकने के आरोपी शक्ति भार्गव की मां ने बताया कि उनका बेटा मानसिक रूप से परेशान है। वह किसी पार्टी से नहीं जुड़ा है। बेटा उनके साथ नहीं रहता। Reports @VishalNBTpic.twitter.com/J2y3AO4X6D
— NBT Dilli (@NBTDilli) April 18, 2019
भार्गव ने माँ के नाम पर हॉस्पिटल ख़रीद कर बाद में अपने माँ व भाई को ही उसकी हिस्सेदारी से निकाल बाहर किया था। लोगों का कहना है कि वह पिछले कुछ दिनों से मानसिक रूप से परेशान चल रहा था। मीडिया में आई ख़बरों के अनुसार उसे लैंड माफिया भी बताया जा रहा है। लेकिन उसकी जीवीएल नरसिम्हा राव से क्या दुश्मनी थी, इस बारे में कुछ पता नहीं चल सका है।