उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान भगदड़ में 123 लोगों की जान चली गई थी। इनमें अधिकांश महिलाएँ एवं बच्चे थे। इस घटना की जाँच के लिए SIT और न्यायिक जाँच कमिटी बनाई गई है। वहीं, आयोजकों पर FIR दर्ज करके कुछ को गिरफ्तार किया गया है। यह सत्संग सूरजपाल जाटव उर्फ नारायण हरि साकार उर्फ भोले बाबा द्वारा आयोजित किया गया था। अब उनका बयान आया है।
नारायण हरि साकार ने उस घटना को लेकर कहा, “2 जुलाई की घटना से मैं बेहद ही अवसाद हैं… अवसाद से ग्रसित हैं, लेकिन होनी को कौन टाल सकता है। जो आया है, उसे तो एक दिन जाना ही है। भले कोई आगे-पीछे हो। हमारे वकील डॉक्टर एपी सिंह जी एवं हमें भी जैसा कि प्रत्यक्षदर्शियों ने विषैला स्प्रे के बारे में बताया, ये पूर्णतया सत्य है कि कोई ना कोई साजिश जरूर हुई है।”
#WATCH हाथरस भगदड़ हादसा | कासगंज, उत्तर प्रदेश: भोले बाबा के नाम से मशहूर सूरजपाल ने कहा, "…2 जुलाई की घटना से मैं बेहद दुखी हूं, लेकिन होनी को कौन टाल सकता है? जो आया है उसे एक न एक दिन जाना ही है। हमारे अधिवक्ता डॉ. एपी सिंह और प्रत्यक्षदर्शियों ने हमें एक विशैले स्प्रे के… pic.twitter.com/bLVd8QzNd6
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 17, 2024
पेपर पर लिखे बयान को पढ़ते हुए सूरजपाल ने कहा, “सनातन रूप से संचालित सत्य के साथ में, जिसे कुछ लोग बदनाम करने में लगे हुए हैं। हमें SIT और न्यायिक आयोग पर भरोसा है और वे दूध का दूध और पानी का पानी करते हुए साजिशकर्ताओं को बेनकाब करेंगे। मैंने कहा है कि दिवंगत आत्माओं के परिजनों और इलाजरत घायलों के साथ जीवनपर्यंत तन-मन-धन से खडे़ रहेंगे।”
सूरजपाल जाटव ने कहा कि अभी वे चिकित्सकों के परामर्श के अनुसार स्वास्थ्य लाभ के लिए अपनी जन्मभूमि बहादुरनगर कासगंज में हैं। इससे पहले हादसे के चार दिन बाद यानी 6 जुलाई को सूरजपाल ने बयान दिया था। घटना को दुखद बताते हुए उन्होंने कहा था, “पीड़ितों के परिवार की जिम्मेदारी हमारा ट्रस्ट लेगा और हम उनकी पूरी मदद करेंगे। जिनकी वजह से उपद्रव हुआ, प्रशासन उन्हें छोड़ेगा नहीं।”
हाथरस कांड के मुख्य आरोपित देव प्रकाश मधुकर को पुलिस ने 5 जुलाई 2024 को गिरफ्तार कर लिया गया। हादसे के बाद मधुकर पर एक लाख रुपये का इनाम रखा गया था। दिल्ली के नजफगढ़-उत्तम नगर के बीच के एक अस्पताल में यूपी की हाथरस पुलिस पहुँची थी। वहाँ देव प्रकाश ने सरेंडर कर दिया था। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।