Sunday, November 17, 2024
Homeदेश-समाजमंत्री के स्वागत में DMK का झंडा लगा रहा था 13 साल का बच्चा,...

मंत्री के स्वागत में DMK का झंडा लगा रहा था 13 साल का बच्चा, करंट लगने से मर गया: फिर भी नहीं बदला कार्यक्रम-न कोई गिरफ्तारी

बच्चे की मौत के बाद भी उसी शाम को तय कार्यक्रम के अनुसार शादी हुई और मंत्री पोनमुडी अतिथि के रूप में शामिल भी हुए।

तमिलनाडु के विल्लुपुरम जिले में सत्ताधारी डीएमके के एक मंत्री के स्वागत के लिए झंडा लगा रहे 13 साल के बच्चे की करंट लगने से मौत हो गई। रिपोर्ट के मुताबिक, शुक्रवार (20 अगस्त 2021) को मंत्री पोनमुडी एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए आने वाले थे। उन्हीं के स्वागत के लिए मंडप बुक किया गया था। यहीं पर पोस्टर-बैनर लगाने में पार्टी कार्यकर्ताओं की मदद कर रहे बच्चे को करंट लग गया।

मंत्री का स्वागत करने के लिए 10 से भी अधिक लोग पोस्टर-बैनर लगाने का काम कर रहे थे। इन्हीं की मदद 13 साल का दिनेश कर रहा था। इस दौरान वह हाईटेंशन तार के संपर्क में आ गया। करंट लगने के बाद दिनेश को अस्पताल ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक दिनेश पुंधोत्तम सरकारी स्कूल में 9वीं कक्षा का छात्र था और लॉकडाउन के कारण घर पर ही था।

इस दर्दनाक हादसे के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर करंट लगने के कारण हुई मौत का हवाला देते हुए मृत्यु प्रमाण-पत्र जारी कर दिया है। हालाँकि, केस दर्ज करने के बावजूद अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है। बच्चे की मौत के बाद भी उसी शाम को तय कार्यक्रम के अनुसार शादी हुई और मंत्री पोनमुडी अतिथि के रूप में शामिल भी हुए।

बैनर संस्कृति खत्म करने का था वादा

रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य में द्रविण मुनेत्र कडगम (DMK) नेतृत्व ने कहा है कि उन्होंने कटआउट और झंडे लगाने पर रोक लगा दी है। लेकिन जमीनी स्तर पर पार्टी कार्यकर्ता लगातार इसे करते रहते हैं। खास बात यह है डीएमके के लोगों ने झंडे या पोस्ट लगाने के लिए न तो पुलिस और न ही नगर निगम की अनुमति ली। सवाल यह भी है कि एक बच्चे को इस काम पर कैसे लगाया गया।

इससे पहले वर्ष 2019 में आर सुभाश्री नाम की 23 वर्षीय इंजीनियर अपनी स्कूटी से ऑफिस जा रही थीं। उसी दौरान एआईडीएमके के कार्यकर्ताओं द्वारा अवैध रूप से लगाई जा रही होर्डिंग उनके ऊपर गिर गई, जिससे उनकी मौत हो गई थी। उस घटना के बाद डीएमके ने सत्ता में आने पर बैनर-संस्कृति को खत्म करने का वादा किया था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में महायुति सरकार लाने की होड़, मुख्यमंत्री बनने की रेस नहीं: एकनाथ शिंदे, बाला साहेब को ‘हिंदू हृदय सम्राट’ कहने का राहुल गाँधी...

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ कहा, "हमारी कोई लड़ाई, कोई रेस नहीं है। ये रेस एमवीए में है। हमारे यहाँ पूरी टीम काम कर रही महायुति की सरकार लाने के लिए।"

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -