बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के बेटे और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेज प्रताप यादव एक अजीब सी घटना के लिए एक बार फिर से सुर्ख़ियों में आ गए हैं। इस बार उनका नाम उनके ड्राइवर द्वारा हर्ज़ाने की माँग को लेकर सुर्ख़ियों में आया है। दरअसल, इन दिनों वो वृंदावन में हैं और उनको लेने के लिए बिहार से होकर रोहनिया के रास्ते उनकी BMW कार गुज़र रही थी, तभी अचानक एक ऑटो चालक से पीछे से उनकी कार में टक्कर हो गई। इसके बाद गाड़ी स्टार्ट न हो पाने की स्थिति में सड़क पर आने-जाने वालों को काफ़ी दिक़्क़तों का सामना करना पड़ा।
#TejPratapYadav is the elder son of RJD chief Lalu Prasad.https://t.co/bV0iXcGuTW
— India Today (@IndiaToday) November 14, 2019
दरअसल, यह घटना आज (14 नवंबर) सुबह 6:30 बजे की है। इन दिनों तेज प्रताप यादव वृंदावन में हैं और उनको लेने के लिए सुबह करीब 6:30 बजे उनकी BMW कार बिहार से होकर रोहनिया के रास्ते से गुज़र रही थी कि तभी अचानक पीछे से एक ऑटो से उसमें टक्कर लग गई। घटना के दौरान तेज प्रताप के ड्राइवर, जयपाल और ऑटो चालक के बीच काफ़ी बहस शुरू हो गई। इस बीच, यह बात सामने आई कि ऑटो चालक से हर्ज़ाने के तौर पर 1,80,000 रुपए की माँग की गई।
इतनी बड़ी रक़म सुनते ही ऑटो चालक ने कहा कि वो इतनी राशि का भुगतान नहीं कर सकता। इतना सुनने के बाद ऑटो चालक को तेज प्रताप के ड्राइवर ने जमकर पीटा और उसे साथ में चल रही एस्कॉर्ट गाड़ी में जबरन बैठा लिया। बीच सड़क पर वीआईपी गाड़ी के ड्राइवर द्वारा ऑटो चालक के साथ की गई मारपीट की जानकारी मिलते ही लोगों की भीड़ घटना-स्थल पर जुट गई। मामला जब नहीं थमा तो पुलिस को घटना की सूचना दी गई, इसके बाद वो दोनों पक्षों को थाने ले आई।
वहीं, तेज प्रताप यादव ने फोन पर अपने पीए सृजन स्वराज को थाने जाने से मना कर दिया। हालाँकि, मौक़े पर समझौता न हो पाने पर दोनों ही पक्षों को पुलिस रोहनिया थाने लेकर पहुँची और मामले की तफ़्तीश में जुट गई। चूँकि यह मामला वीआईपी व्यक्ति के वाहन से जुड़ा हुआ है, इसलिए पुलिस ने इसकी सूचना आला अधिकारियों को भी दे दी।
बता दें कि जिस समय यह दुर्घटना हुई, उस समय तेज प्रताप यादव ख़ुद अपने वाहन में मौजूद नहीं थे, उस वक़्त केवल उनका ड्राइवर जयपाल और उनके पीए सृजन स्वराज यात्रा कर रहे थे। पुलिस ने घटना-स्थल पर पहुँचकर मामले को शांत कराया और दोनों पक्षों को स्थानीय पुलिस स्टेशन में ले गई जहाँ दोनों ने अपनी-अपनी शिकायतें दर्ज कराई।
ख़बर के अनुसार, वाराणसी पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इस मामले के सन्दर्भ में प्रभारी निरीक्षक रोहनिया के हवाले से बताया कि दोनों पक्षों द्वारा थाने पर आकर सुलह समझौता कर लिया गया है। वहीं, लिखित रूप में दिया गया कि वो कोई क़ानूनी कार्रवाई नहीं चाहते हैं, इसके बाद विवाद का आख़िरकार पटाक्षेप हो गया और दूसरे अन्य साधन से बिहार से आया सुरक्षा दस्ता तेज प्रताप को लाने के लिए वृंदावन की ओर रवाना हो गया।