उत्तर प्रदेश के संभल ज़िले में कथित तौर पर अवैध मस्जिद निर्माण को रोकने पर इलाक़े में भारी तनाव की स्थित पैदा हो गई है। किसी हिंसात्मक गतिविधि को अंजाम न दिया जा सके, इसके लिए पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। दरअसल, सरैतारीन इलाक़े में बुधवार (13 नवंबर) की रात को मस्जिद निर्माण का काम उस वक़्त रोकना पड़ा, जब कुछ लोगों ने इस पर आपत्ति जताई।
ख़बर के अनुसार, इमारत की छत का काम पहले ही पूरा कर लिया गया था। लेकिन, पुलिस ने इस इमारत में नमाज़ अता करने से लोगों को रोकने के लिए पूरे परिसर की घेराबंदी कर दी।
इस मामले पर ज़िला मैजिस्ट्रेट अविनाश कृष्ण सिंह ने जानकारी देते हुए बताया इलाक़े में किसी भी तरह की तनावपूर्ण स्थिति से निपटने के लिए पुलिस की टीम को तैनात कर दिया गया है। ख़बरों के मुताबिक़, सरैतारीन में कुछ महीने पहले एक मदरसे के अंदर कुछ लोगों ने नमाज़ अता करना शुरू कर दिया था। बाद में उसी मदरसे में मस्जिद के निर्माण का काम भी शुरू हो गया। इसके आसपास रहने वाले लोगों ने इस अवैध मस्जिद के निर्माण पर आपत्ति जताई।
पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मस्जिद के निर्माण का काम रोका गया। इसके लिए उप-विभागीय मजिस्ट्रेट ने आदेश जारी किया था कि आगे से कोई भी निर्माण कार्य नहीं हो सकता। मजिस्ट्रेट के आदेश के बावजूद वहाँ बुधवार को मस्जिद के निर्माण का काम फिर से शुरू हो गया। आसपास के लोगों ने इसकी सूचना जब पुलिस को दी तो हयात नगर पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस अफ़सर (SHO) रवीन्द्र कुमार मौक़े पर पहुँचे और परिसर में ताला लगा दिया।
इसके बाद आसपास को कुछ लोग (मुस्लिम) पास की मस्जिद में गए और वहाँ लाउडस्पीकर से ऐलान किया कि पुलिस ने उन्हें नमाज़ अता नहीं करने दी और नई मस्जिद से पवित्र पुस्तकों को बाहर फेंक दिया। तनावपूर्ण स्थिति को गंभीरता से लेते हुए कुछ वरिष्ठ अधिकारी और ज़िला पुलिस के आला अधिकारी घटना-स्थल पर तुरंत पहुँचे।
आपसी विवाद की स्थिति को भाँपते हुए घटना-स्थल पर रैपिड एक्शन फ़ोर्स को तैनात कर दिया गया। इसके अलावा, वरिष्ठ अधिकारियों ने मामले पर अधिक जानकारी जुटाने के लिए वहाँ मौजूद लोगों से भी पूछताछ की। फ़िलहाल, स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है और मस्जिद के निर्माण कार्य को पूरी तरह से रोक दिया गया है।