दिल्ली पुलिस ने सोमवार (13 मई, 2024) को हवाई जहाज़ों में चोरी करने वाले एक चोर को गिरफ्तार किया है। चोर का नाम राजेश कपूर है जिसकी उम्र 40 साल है। राजेश पिछले 19 वर्षों से चोरी करता आ रहा था। वह पहले ट्रेनों में चोरी करता था। राजेश के निशाने पर खासतौर पर बुजुर्ग महिलाएँ हुआ करती थीं। वह बोर्डिंग के दौरान उनके हैंडबैग को चुराया करता था। राजेश के निशाने पर खासतौर पर बुजुर्ग महिलाएँ हुआ करती थीं। वह बोर्डिंग के दौरान उनके हैंडबैग को चुराया करता था। आरोपित चोरी के इरादे से लगभग 200 उड़ानों में यात्रा कर चुका है। वो पहाड़गंज में ‘रिक्की डीलक्स’ नाम से गेस्ट हाउस भी चलाता है।
राजेश कपूर की गिरफ्तारी की पुष्टि दिल्ली पुलिस की DCP IGI उषा रंगनानी ने की है। सोमवार को उन्होंने इस बाबत एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने बताया कि पिछले 3 माह के अंदर इंदिरा गाँधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से चोरी के 3 मामले आए। इसमें से पहला केस 2 फरवरी 2024 का था। तब अमृतसर से दिल्ली की यात्रा के दौरान एक यात्री के 20 लाख के आभूषण चोरी हो गए थे। एक अन्य केस में 11 अप्रैल को हैदराबाद से दिल्ली जा रही फ्लाइट में एक यात्री का 7 लाख रुपए मूल्य का आभूषण चोरी हो गया था।
इन केसों का खुलासा करने के लिए दिल्ली पुलिस ने एक विशेष टीम का गठन किया। हवाई अड्डे की CCTV और जिन विमानों में चोरियाँ हुई थीं उनके यात्रियों की जानकारियाँ जुटाई गईं। इनमें एक यात्री को चिह्नित किया गया जो दोनों उड़ानों में मौजूद था। संदिग्ध का नाम राजेश कपूर निकला। जब एयरलाइंस से राजेश का नंबर निकाला गया तो वह फर्जी मिला। पुलिस ने प्रयास कर के राजेश कपूर का असली नंबर खोज निकाला। आरोपित को करोल बाग़ इलाके से हिरासत में ले लिया गया जहाँ वो चोरी के आभूषण किसी शरद जैन नाम के व्यक्ति को बेचने आया था।
पुलिस की पूछताछ में राजेश कपूर ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। राजेश ने कुल 5 ऐसे मामले बताए जहाँ उसने उड़ानों में चोरियाँ की थीं। इन चोरियों से मिले पैसे राजेश ने ऑनलाइन और ऑफ़लाइन जुआ खेला। पुलिस ने और खोजबीन की तो राजेश कुल 11 अपराधों में शामिल निकला। ये अपराध चोरियों और जुआ खेलने के थे। चोरी करने के लिए राजेश लगभग 200 विमानों में यात्रा कर चुका था। वह कुल 110 दिनों तक हवाई जहाज में ही रहा था। राजेश के निशाने पर एयर इंडिया और विस्तारा की जहाजें हुआ करती थीं।
अब तक हुई जाँच में यह सामने आया है कि राजेश पहले ट्रेनों में चोरियाँ करता था। साल 2005 से उसने चोरी करना शुरू किया। कुछ दिनों बाद राजेश ने हवाई जहाज़ों में चोरियाँ करना शुरू कर दिया। चोरी करने के लिए वह उन बुजुर्ग महिलाओं को चिह्नित करता था जो विदेश की यात्रा पर निकली होती थीं। यात्रा के दौरान राजेश अपनी सीट बार-बार बदलता रहता था। उड़ान के दौरान राजेश ओवरहेड केबिनों में रखे बैग को टटोलता था और उसमें से कीमती सामान निकाल लिया करता था।
IGI Airport Team's Vigilant Efforts Result in Arrest of Notorious Jewel Thief, Ending In-Flight Heist!
— DCP IGIA (@DCPIGI) May 13, 2024
Active since 2005, he targeted elderly female pax with handbags
The jeweller who received stolen goods, also arrested
Kudos to @AirIndia for prompt assistance!#IGIAPolice pic.twitter.com/j35IzNAzZV
पुलिस की जाँच में यह बात भी निकल कर सामने आई है कि राजेश अपने मृत भाई ऋषि की ID पर कई यात्राएँ कर चुका है। वह दिल्ली के पहाड़गंज इलाके में रहता है। चोरी करने के बाद राजेश अपने फोन को बंद कर दिया करता था। उसका फोन काफी कम समय के लिए ऑन होता था। राजेश की गिरफ्तारी उसके घर से हुई है। उसके पास से चोरी किए गए सोने-चाँदी के आभूषण और कई अन्य कीमती सामन बरामद हुए हैं। पुलिस ने राजेश से चोरी का आभूषण खरीदने वाले 46 वर्षीय शरद जैन को भी गिरफ्तार कर लिया है। मामले में पुलिस की जाँच अभी जारी है।