रामजन्मभूमि थाना क्षेत्र के नजरबाग मोहल्ले में स्थित माधुरीकुंज से 140 साल पुरानी अष्टधातु से बनी भगवान राम की मूर्ति चोरी होने के ठीक 5वें दिन वापस मिल गई है। लेकिन यह पूरा किस्सा बहुत दिलचस्प है। कमाल की बात यह है कि बीते सोमवार को चोर मूर्ति को चुराकर ले गया था और शुक्रवार को दोपहर में खुद ही भागा-भागा मूर्ति लौटाने मंदिर पहुँच गया।
मूर्ती चुराने वाले चोर अजय का कहना है कि जब से चोरी की, तब से उसके शरीर मे अजीब-सा दर्द शुरू हो गया है। उसको घबराहट के साथ डरावने सपने आ रहे हैं। वह मूर्ति को बहुत दिन तक अपने साथ रख नहीं पाया और खुद युगल माधुरी कुंज मंदिर में पहुँच मंदिर के पुजारी को भगवान राम की मूर्ति सौंप दी। मूर्ति सौंपने के बाद उसके शरीर का दर्द तो ठीक हो गया, लेकिन वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस ने चोर अजय शुक्ला को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
बीते सोमवार की दोपहर मेंं मंदिर के गर्भगृह का ताला तोड़कर 9 इंच की अष्टधातु से बनी भगवन राम की मूर्ति चोरी हो गई थी। महंत राजबहादुर शरण ने बताया, “यह भगवान की दिव्य शक्ति ही है कि, दोपहर में भगवान को भोग लगाने के बाद जैसे ही मंदिर के गर्भगृह से बाहर देखा तो एक आदमी खड़ा था, उसने कहा ‘आपके यहाँ से कोई मूर्ति गायब हो गई है क्या?’ जवाब में मैंने ‘हाँ’ कहा। तो वह बोला ‘मैं वही मूर्ति लौटाने आया हूँ’।”
महंत ने आगे बताया- “जैसे ही उस युवक से मूर्ति दिखाने के लिए कहा उसने हमारे ठाकुरजी को हमारी गोद में रख दिया।” चोरी की घटना कैसे हुई यह पूछे जाने पर आरोपित अजय ने बताया कि, उसने ताला तोड़कर मूर्ति चुराई थी। वह मूर्ति को अपने साथ घर ले गया था। घर वालों ने इस बात का विरोध किया था। मूर्तिचोर आजय ने महंत को बताया कि चोरी की रात से नींद नहीं आ रही है और पूरा शरीर अकड़ने लगा है इसीलिए मूर्ति को वापस करने पहुँच गया।
चोर ने महंत से अनुरोध किया था कि यह बात पुलिस को ना बताएँ, लेकिन घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस ने मूर्ति सहित चोर को हिरासत में ले लिया है। एसओ आरजेबी राजेश कुमार गुप्ता ने मूर्ति बरामद हो जाने का खुलासा नहीं किया, यह जरूर बोले कि पुलिस अपराधी के करीब पहुँच गई है और कुछ घंटे बाद चोरी का खुलासा हो जाएगा।