बिहार की राजधानी पटना में चोरों ने 29 फ़ीट लम्बे मोबाईल टॉवर पर ही हाथ साफ कर दिया है। यह मोबाईल टॉवर शाहीन क़याम नाम के एक व्यक्ति के पर लगा हुआ था। बताया जा रहा है कि चोरों ने मकान मालिक से खुद को टॉवर मेंटिनेंस करने वाले कर्मचारी बताया था। घटना की शिकायत पुलिस में दर्ज करवाई गई है। अभी तक किसी की गिरफ्तारी की सूचना नहीं है। घटना 4 माह पुरानी बताई जा रही है जिसका केस सोमवार (16 जनवरी 2023) को दर्ज हुआ है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मामला पीरबहोर थानाक्षेत्र का है। यहाँ साल 2006 में एक घर पर एयरसेल कम्पनी ने मोबाईल टॉवर लगाया था। कुछ समय बाद इस टॉवर को GTL कम्पनी ने खरीद लिया। GTL के मैनेजर मोहम्मद शाहनवाज ने पुलिस ने इस टॉवर के चोरी होने की तहरीर दी है। तहरीर में लिखा गया है कि पीरबहोर थानाक्षेत्र के वार्ड नंबर 28 में शाहीन क़याम के घर पर लगा टॉवर 31 अगस्त 2022 के निरीक्षण में गायब मिला था। शिकायत में टॉवर की कीमत लगभग 8 लाख 32 हजार रुपए बताते हुए उसके अन्य उपकरणों के भी गायब होने की जानकारी दी गई है।
हालाँकि मामले की शिकायत 16 जनवरी 2023 को दी गई है। मोहम्मद शाहनवाज का कहना है कि पहले GTL कम्पनी अपने स्तर से टॉवर की तलाश करती रही लेकिन जब वह नहीं मिला तो थाने में शिकायत दर्ज करवाया गई। शिकायत मिलने के बाद पुलिस टॉवर की तलाश में जुट गई है। इस घटना के बारे में जिस पर पर टॉवर लगा था उसके मकान मालिक के बेटे अनवर का कहना है कि कुछ लोग खुद को कम्पनी के मेंटिनेंस विभाग से बता कर आए थे और लगभग 4 घंटे में पूरा टॉवर निकाल कर चले गए। अनवर ने GTL कम्पनी पर भी लम्बे समय से टॉवर का भाड़ा न देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वो खुद ही चाह रहे थे कि टॉवर हट जाए और उनकी छत खाली हो जाए।
वहीं पीरबहोर थाने के प्रभारी सबिह उल हक ने मामले को कन्फ्यूजन वाला बताते हुए कहा कि इस बात की जानकारी नहीं मिल पाई है कि टॉवर कौन ले गया है। थानेदार के मुताबिक GTL कम्पनी एक बार टॉवर का कुछ सामान भी ले जा चुकी है जिसमें जेनरेटर भी शामिल था। हालाँकि पुलिस का कहना है कि मामले की जाँच करवाई जा रही है। पुलिस के बयान में मकान मालिक द्वारा एयरसेल से भाड़ा न मिलने पर 5 साल पहले ही टॉवर ले जाने के लिए कहे जाने की बात सामने आई है।