महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई जैसे महानगर में निर्माण कार्य कहीं ना कहीं चलते रहता है। सड़कों का काम भी कभी नहीं रूकता। भारत की वित्तीय राजधानी में खोदी हुई सड़कें आम बात हैं। जब कोई सड़क या फुटपाथ खोदा जाता है तो उसकी तरफ शायद ही किसी का ध्यान जाता होगा, लेकिन लुटेरों का इन पर पैनी नजर होती है।
कुछ इसी तरह का मुंबई के दादर इलाके से चोरी का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहाँ लुटेरों ने फुटपाथ खोदकर उसके नीचे दबे केबल से 6 से 7 लाख रुपए की कीमत के ताँबा के तार (कॉपर वायर) चुरा लिए। यह घटना डॉक्टर बाबासाहेब अंबेडकर रोड के दादर-माटुंगा खंड का है।
यहाँ फुटपाथ पर उखड़े हुए पेवर ब्लॉकों की नियमित जाँच के दौरान फुटपाथ के नीचे बिछाई गई यूटिलिटी केबल से ताँबे के तार चोरी होने का पता चला। लोगों ने सोचा कि यह मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (MMRDA) द्वारा किया जा रहा नियमित काम है, लेकिन यह चोरी का मामला निकला।
चोरों ने सड़क के किनारे फुटपाथ खोदकर उसके नीचे दबी एमटीएनएल की केबल से कई लाख रुपए का कॉपर चुरा लिया। दिलचस्प बात यह है कि मुंबई के बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने लगभग एक पखवाड़े तक उसी फुटपाथ पर काम किया था और फिर से उसे समतल कर दिया था। इस चोरी का पता तब चला जब एक स्थानीय व्यक्ति ने कुछ गड़बड़ देखी।
स्थानीय निवासियों ने इसके बारे में नगर निगम को जानकारी दी। इसकी सूचना मिलने के बाद नागरिक निकाय ने अपने कर्मचारियों को यह जाँच करने के लिए भेजा कि क्या हो रहा है। तभी उन्हें पता चला कि चोर फुटपाथ के नीचे यूटिलिटी केबल से ताँबे के तार चुरा रहे थे।
बाद में एमटीएनएल ने भी शिकायत की कि दादर-माटुंगा क्षेत्र में 400 से अधिक फ़ोन लाइनें ट्रिप हो गईं। जाहिर तौर पर तारों की चोरी के कारण ऐसा हुआ। माटुंगा पुलिस ने ताँबे की इस चोरी के लिए पाँच लोगों को गिरफ़्तार कर लिया है। तारों की कीमत बाज़ार में ₹845 प्रति किलोग्राम है। अब संदेह है कि मुंबई के दूसरे इलाकों में भी ऐसी ही चोरियाँ हो सकती हैं, जहाँ सड़कें खोदी गई हैं।