केरल के एक सरकारी स्कूल में ईसाई त्यौहार क्रिसमस मनाए जाने के दौरान कुछ हिन्दू कार्यकर्ता पहुँचे। उन्होंने सरकारी संस्थान में क्रिसमस मनाए जाने को लेकर प्रश्न खड़े किए। उन्होंने यह भी पूछा कि आखिर स्कूल में जन्माष्टमी क्यों नहीं मनाई जाती। इसके बाद उन्हें अभद्रता के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, केरल के पलक्कड़ जिले के नल्लेपिल्ली में स्थित एक सरकारी स्कूल में शिक्षक और बच्चे शुक्रवार (20 दिसम्बर, 2024) को क्रिसमस मना रहे थे। यहाँ बच्चों ने क्रिसमस के लिए विशेष कपड़े पहन रखे थे और सजावट भी की गई थी।
इसी दौरान यहाँ बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद से जुड़े तीन कार्यकर्ता पहुँच गए। उन्होंने यहाँ कार्यक्रम के दौरान शिक्षकों से पूछताछ की। उन्होंने महिला प्रधानाचार्य से भी कुछ प्रश्न पूछे। उन्होंने कहा कि आखिर क्रिसमस का ही त्यौहार स्कूल में क्यों मनाया जा रहा है और इसी तरह हिन्दू त्यौहार क्यों नहीं मनाए जाते।
उन्होंने पूछा कि स्कूल में कृष्ण जन्माष्टमी क्यों नहीं मनाई जाती। कथित तौर पर इस दौरान उनकी यहाँ के शिक्षकों से बहस भी हुई। हालाँकि, यह मामला यहीं नहीं थमा। उनके खिलाफ इसके बाद मामला दर्ज कर लिया गया। उनके ऊपर आरोप लगाया गया कि उन्होंने शिक्षकों को अभद्र बातें बच्चों के सामने बोली।
रविवार (22 दिसम्बर, 2024) को तीनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने इसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया, जिसने उन्हें 14 दिन की रिमांड पर भेज दिया। उन पर सरकारी कामकाज में बाधा डालने और धमकियाँ देने का आरोप लगाया गया है। पुलिस उनसे पूछताछ करके मामले की आगे जाँच कर रही है।
गिरफ्तार किए गए तीनों हिन्दू कार्यकर्ताओं का नाम K अनिलकुमार, मनमकुझी सुशासनन और थेक्कुमुरी वेलायुधन है। इनमें से अनिलकुमार पलक्कड़ जिले में विश्व हिन्दू परिषद के सचिव हैं जबकि सुशासनन बजरंग दल के जिला संयोजक हैं। वेलायुधन भी विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ता हैं।