Sunday, November 17, 2024
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CCTV वीडियो में दिखा तिहाड़ में कैसे हुई टिल्लू ताजपुरिया की हत्या, खुलेआम नुकीली चीज घोंप-घोंप कर मारते दिखे हत्यारे

टिल्लू के पिता MCD में नौकरी करते थे। कॉलेज के दोनों में टिल्लू और गोगी अच्छे दोस्त थे। कॉलेज के दिनों में राजनीति को लेकर दोनों में दुश्मनी हो गई। साल 2008 में टिल्लू अपराध की दुनिया में आया और फिर दोनों गैंग के बीच गैंगवार होने लगी, जिसमें कई लोग मारे गए।  

अति सुरक्षित कहे जाने वाले दिल्ली की तिहाड़ जेल में 2 मई 2023 को हुई गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या का CCTV फुटेज सामने आया है। फुटेज में दिख रहा है कि जेल में बंद चार अपराधी टिल्लू पर हमला कर रहे हैं। उसे तक नुकीली चीजों से मारते रहते हैं, जब तक कि वह जख्मी होने के बाद बेसुध होकर गिर नहीं जाता।

दरअसल, तिहाड़ में मंगलवार (2 मई 2023) को कुख्यात गोगी गिरोह के चार सदस्यों ने सूआ घोंप-घोंप कर टिल्लू की हत्या कर दी थी। टिल्लू को 40 से 50 बार घोंपा गया था। सीसीटीवी फुटेज वायरल हो रहा है। यह फुटेज विचलित करने वाला है।

बता दें कि टिल्लू ताजपुरिया साल 2021 की एक घटना का आरोपित था। उसने दिल्ली स्थित रोहिणी की अदालत में गोलीबारी की थी। इस गोलीबारी में गैंगस्टर जितेंद्र गोगी की हत्या कर दी गई थी। गोगी की मौत का बदला लेने के लिए ही उसके गैंग के सदस्यों ने उसकी हत्या की। तिहाड़ में हमले के बाद गंभीर रूप से जख्मी ताजपुरिया को दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में ले जाया गया था, जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था।

लगभग 33 साल के टिल्लू ताजपुरिया को ग्राउंड फ्लोर पर स्थित एक वॉर्ड में बंद किया गया था। गोगी गिरोह के जिन चार कैदियों ने सुबह 6:15 बजे टिल्लू पर हमला किया था, उनमें दीपक उर्फ तीतर, योगेश उर्फ टुंडा, राजेश और रियाज खान शामिल थे। ये सभी उसी वॉर्ड के पहली मंजिल पर बंद थे।

गोगी गैंग का नाम प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद भी आया था। कहा जा रहा है कि माफिया ब्रदर्स को ढेर करने वाले शूटरों को जिगाना पिस्टल गोगी गैंग से ही मिली थी। टिल्लू ताजपुरिया पर 11 केस दर्ज हैं, जिनमें 3 केस हत्या के हैं। 2018 में ताजपुरिया और उसके गैंग के लोगों पर मकोका भी लगाया गया था। 

हत्या करने के लिए उन्होंने पहले लोहे की ग्रिल को काटा था। इसके बाद चादर की सहायता से ग्राउंड फ्लोर पर कूद गए। इसके बाद लोहे की रॉड और सुआ से वार कर ताजपुरिया की हत्या कर दी थी। इस हमले में ताजपुरिया को बचाने में रामनिवास नामक एक अन्य कैदी भी घायल हुआ है। वह खतरे से बाहर है।

बताया जा रहा है कि गोगी गैंग के कई गुर्गे तिहाड़ जेल में बंद हैं। इस हत्या में रोहित मोई का नाम भी सामने आ रहा है। रोहित को जितेंद्र गोगी का राइट हैंड माना जाता है। जितेंद्र गोगी और रोहित मोई को पुलिस ने एक साथ ही गिरफ्तार किया था। ज्ञात हो कि गोगी गैंग के लॉरेंस विश्नोई गैंग से भी संबंध रहे हैं। दोनों गैंग साथ मिलकर काम करने के लिए जाने जाते थे।

टिल्लू ताजपुरिया नीरज बवाना और सुनील राठी गैंग से भी जुड़ा हुआ था। टिल्लू को साल 2016 में सोनीपत पुलिस ने एक हत्या के मामले में गिरफ्तार किया था। तब से वह जेल में बंद था। टिल्लू बाहरी दिल्ली के ताजपुर गाँव का रहने वाला था। इसलिए उसे टिल्लू ताजपुरिया कहा जाता था।

टिल्लू के पिता MCD में नौकरी करते थे। कॉलेज के दोनों में टिल्लू और गोगी अच्छे दोस्त थे। कॉलेज के दिनों में राजनीति को लेकर दोनों में दुश्मनी हो गई। साल 2008 में टिल्लू अपराध की दुनिया में आया और फिर दोनों गैंग के बीच गैंगवार होने लगी, जिसमें कई लोग मारे गए।  

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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