कर्नाटक (Kranataka) के दक्षिण कन्नड़ में भाजपा युवा मोर्चा (BJYM) के कार्यकर्ता प्रवीण नेत्तारू (Praveen Nettaru) की हत्या (Murder) के मामले में कर्नाटक पुलिस ने एक्शन लेते हुए गुरुवार (28 जुलाई, 2022) को दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपितों की पहचान जाकिर और शफीक के तौर पर हुई है।
इस मामले को लेकर दक्षिण कन्नड़ जिले के एसपी सोनावने ऋषिकेश ने कहा कि प्रवीण की हत्या के दोषियों की पहचान जाकिर और शफीक के रूप में हुई है। जाकिर को हावेरी जिले के सावनूर से गिरफ्तार किया गया, जबकि शफीक को बेल्लारी में हिरासत में लिया गया। शफीक पर पहले से केस चल रहा है। इस मामले में 15 लोगों से पूछताछ की गई है। कई जिलों में बाजार वगैरह बंद रहे।
Praveen Nettaru Murder Case: Two people, Zakir and Shafique have been arrested. Shafique already has one case on him.
— Pinky Rajpurohit (ABP News) 🇮🇳 (@Madrassan_Pinky) July 28, 2022
रिपोर्ट के मुताबिक, आशंका जताई जा रही है कि पकड़े गए दोनों ही आरोपितों का संबंध पीएफआई और एसडीपीआई से हो सकता है।
#Breaking | First visuals on CNN News18 of the 2 men arrested in regards to BJYM Praveen’s murder case.@ritsrajpurohit shares details with @ridhimb pic.twitter.com/9IJGlK8JfD
— News18 (@CNNnews18) July 28, 2022
इस बीच प्रवीण नेत्तारू की हत्या बाद कर्नाटक सरकार ने अपने कार्यकाल के एक साल पूरे होने के मौके पर मनाए जाने वाले ‘जनोत्सव’ कार्यक्रम को रद्द कर दिया है। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने बुधवार (27 जुलाई 2022) देर रात इसकी घोषणा की। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुख्यमंत्री ने कहा, “अपनी सरकार के एक साल पूरे होने पर हम 28 जुलाई को ‘जनोत्सव’ नाम से डोड्डाबल्लापुरा में कार्यक्रम आयोजित करने वाले थे। लेकिन अब हमने इसे रद्द कर दिया है।” उन्होंने इस घटना को जघन्य करार दिया है।
गौरतलब है कि प्रवीण नेट्टारू पर 26 जुलाई 2022 की रात दक्षिण कन्नड़ जिले की बेल्लारे में कुल्हाड़ी से हमला हुआ था, जिसमें उनकी मौत हो गई थी। हत्या के पीछे PFI और SDPI का हाथ होने की आशंका जताई जा रही है। ऐसा बताया जा रहा है कि उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या के विरोध में प्रवीण ने फेसबुक पर किया पोस्ट था, जिसके कारण उन्हें निशाना बनाया गया। हालाँकि हत्या की वजह आधिकारिक तौर पर अभी सामने नहीं आई है।