मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पहली घटना रुद्रपुर के आदर्श कॉलोनी की है। यहाँ की घास मंडी के वार्ड नंबर 36 में रहने वाले विनोद कोहली ने पुलिस में तहरीर दी है। तहरीर में विनोद ने बताया कि उनके संतोष नाम के परिचित ने उनकी बहन बहन मेनका के लिए दिल्ली में रिश्ता बताया था। संतोष ने अमन का परिचय दिल्ली में कारोबारी और मूल रूप से कुमायूँ के निवासी के तौर पर दिया था। लड़के का नाम अमन चौधरी था जो दिल्ली में रहता था।
संतोष के बताने पर विनोद दिल्ली में अमन का घर देखने गए। घर पूरी तरह से हिन्दू तौर-तरीकों से सजाया गया था जिसके अंदर एक मंदिर भी बना हुआ था। दिल्ली से संतुष्ट हो कर विनोद वापस रुद्रपुर लौटे। दोनों परिवारों की सहमति से 13 अक्टूबर 2024 को रुद्रपुर के सिटी क्लब में मेनका और अमन की सगाई हो गई। पहाड़ी रीति-रिवाज से हुई इस सगाई में अमन और मेनका का पूरा परिवार पारम्परिक वेशभूषा में शामिल हुआ था।
मंगलवार (10 दिसंबर 2024) को रुद्रपुर में अमन और मेनका की शादी हुई। हिन्दू रीति-रिवाज से हुई इस शादी में दोनों पक्षों का पूरा परिवार और रिश्तेदार के साथ मित्र आदि भी शामिल हुए थे। विनोद के मुताबिक कि इस शादी में उन्होंने लगभग 18 से 20 लाख रुपए खर्च किए थे। इसी दौरान लड़के वालों को तमाम सामानों के साथ 150 से 160 ग्राम सोने के गहने भी दिए गए थे। पीड़ित का यह भी दावा है कि सगाई और शादी में अमन ही नहीं उसकी तरफ से मौजूद अन्य तमाम लोगों ने हिन्दुओं के पारम्परिक कपड़े पहन रखे थे।
शादी के बाद मेनका विदा हो कर ससुराल चली गई। अगले दिन विनोद कुछ रिश्तेदारों के साथ रस्म अदायगी के लिए मेनका के पास दिल्ली गया तो वहाँ उसे लड़के वालों के मुस्लिम होने का एहसास हुआ। यहाँ अधिकतर लोग इस्लामी वेशभूषा में थे। पड़ताल करने पर पता चला कि दूल्हे का असली नाम अमन कुरैशी है। अमन ने मेनका पर भी इस्लाम कबूल करने और मुस्लिम तौर तरीकों से रहने का दबाव बनाया। आखिरकार विनोद ने मामले की शिकायत रुद्रपुर पुलिस से की।
रुद्रपुर पुलिस ने टीम गठित की और दिल्ली से मेनका को सही सलामत बरामद करके वापस अपने मायके ले आई। विनोद की तहरीर पर अमन कुरैशी व उसके अन्य परिजनों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। मामले में जाँच व अन्य जरूरी कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
हिन्दू लड़की के खिलाफ समीर सहगत बने तबरेज आलम की साजिश
लव जिहाद का दूसरा मामला बिहार के गोपालगंज से आया है। यहाँ के नगर थानाक्षेत्र की रहने वाली एक लड़की ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। पीड़िता ने बताया कि लगभग 4 साल पहले वह गाँव से पढ़ने शहर आई थी। यहाँ उसकी मुलाकात एक प्राइवेट स्कूल चलाने वाले तबरेज आलम से हुई जिसने खुद का परिचय समीर सहगल के तौर पर दिया था। अच्छी नौकरी दिलाने का झांसा देकर तबरेज ने पीड़िता को अपने प्रेम जाल में फँसा लिया।
बेहतर शिक्षा दिलाने के बहाने तबरेज पीड़िता को लेकर कोलकाता चला गया। यहाँ उसने एक घर में पीड़िता से कई बार रेप किया। रेप के दौरान तबरेज से पीड़िता के कई अश्लील फोटो और वीडियो बना लिए। इसी को दिखाकर तबरेज पीड़िता को ब्लैकमेल करता रहा। कई बार बलात्कार की वजह से पीड़िता गर्भवती हो गई। इसकी जानकारी जब तबरेज को हुई तब उसने एक अस्पताल में पीड़िता का एबॉर्शन करवा दिया। एबॉर्शन के दौरान पीड़िता का नाम आलिया खातून दर्ज करवाया गया था।
पश्चिम बंगाल में अपने साथ हुई इस घटना के बाद पीड़िता ने समीर सहगल की हरकतों का विरोध करना शुरू कर दिया। यहीं पीड़िता को पता चल गया कि समीर सहगल असल में तबरेज आलम है। इस बात पर भी दोनों के बीच झगड़ा हुआ। तब समीर पीड़िता को लेकर वापस बिहार के गोपालगंज में आ गया। यहाँ वह पीड़िता पर इस्लाम कबूल करने का दबाव बनाने लगा। वह पीड़िता से कुरान और नमाज़ पढ़ने के लिए कहता था।
जब पीड़िता इंकार करती तो एक कमरे में बंद करके उसकी पिटाई की जाती थी। जैसे-तैसे मौका देख कर पीड़िता कमरे से आज़ाद होकर थाने पहुँची। यहाँ उसने तहरीर देकर तबरेज पर कार्रवाई की माँग की। शनिवार (14 दिसंबर) को पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल करवाया है। केस दर्ज करके फरार चल रहे तबरेज की तलाश में दबिश दी जा रही है।