मध्य प्रदेश के जबलपुर में 2 मुस्लिमों युवकों ने सनातन धर्म में ‘घर-वापसी’ की है। घर-वापसी के बाद अब अजीजुल हसन अब ‘अनय ठाकुर’ के नाम से जाने जाएँगे। वहीं अल्लारखा खाँ अब ‘विजय चौहान’ बन चुके हैं। शनिवार (30 मार्च, 2024) को आयोजित इस घर वापसी के कार्यक्रम में इन दोनों युवकों ने अपने पूर्वजों को हिन्दू बताया। इन दोनों ने विधि-विधान से एक हिन्दू मंदिर में पूजा अर्चना की और भविष्य में सदा सनातनी ही बने रहने का संकल्प लिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुतबिक, घर-वापसी का यह कार्यक्रम जबलपुर शहर के सदर थाना क्षेत्र में सम्पन्न हुआ। यहाँ के दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर में 30 मार्च को हिन्दू संगठन से जुड़े सदस्यों का जमावड़ा रहा। यहाँ चंदेरी जिला निवासी अजीजुल हसन और जबलपुर के ही अल्लारखा घर वापसी करने पहुँचे थे। मंदिर के पुजारी अनिल शर्मा ने इन दोनों की विधि-विधान से घर वापसी करवाई। दोनों ने वैदिक मंत्रों के बीच हवन और पूजन किया। बाद में वहाँ मौजूद धर्मसेना संगठन के सदस्यों में जय श्रीराम के नारे लगाए।
जबलपुर सनातन धर्म अपनाकर घर वापिसी के लिए इन दोनो मुस्लिम युवकों अल्लारक्खा और अजीजुल हसन को इस पोस्ट को शेयर और कमेंट कर स्वागत नही करोगे 🚩🚩 #सनातन_धर्म_ही_सर्वश्रेष्ठ_है pic.twitter.com/elJU0DQCLI
— योगी योगेश अग्रवाल धर्मसेना🚩🚩 (@Yogi__1967) March 30, 2024
घर-वापसी करने वाले अजीजुल ने खुद को सनातन धर्म में वापस आ कर बेहद खुश बताया। सनातनी बनने प्रेरणा की वजह के पीछे अजीजुल ने अपने पूर्वजों का हिन्दू होना कहा। अजीजुल ने शुरुआत से ही खुद को हिन्दू धर्म की तरफ आकर्षित बताया। उन्होंने कहा, “मैं कभी कुरान नहीं पढ़ा। मैंने कभी नमाज नहीं पढ़ी। मैं हिंदी माध्यम से सरस्वती विद्या मंदिर का छात्र रहा हूँ।” वहीं जबलपुर के अल्लारखा ने भी अपने पूर्वजों को सनातनी बताया। उन्होंने कहा कि वो अपने पूर्वजों के धर्म में पुनः आ गए हैं।
जबलपुर इन दोनो मुस्लिम युवकों को सनातन धर्म में वापिसी हेतु बधाई नहीं दोगे ??धर्म सैनिको की उपस्थिति में दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर में सनातन धर्म अपनानकर अजीजुल हसन बने अनय ठाकुर और अल्लारक्खा बना विजय चौहान🚩🚩 #सनातन_धर्म_ही_सर्वश्रेष्ठ_है pic.twitter.com/ZIL1006Nt5
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अल्लारखा बचपन से ही अनाथ हो गए थे। अल्लारखा के बारे में भी बताया जा रहा है कि उसने कभी किसी मौलवी आदि से सम्पर्क नहीं रखा था। अल्लारखा का भी शुरुआत से ही हिन्दू धर्म की तरफ झुकाव था। घर वापसी कार्यक्रम सम्पन्न करवाने वाले योगेश अग्रवाल ने इस मौके पर मीडिया से बात की। उन्होंने बताया कि भारत के हर मुस्लिम और ईसाई के पूर्वज कहीं न कहीं हिन्दू ही थे। धर्मसेना ने आह्वान किया कि वो हर ईसाई और मुस्लिम की घर वापसी का स्वागत करेंगे।