राजस्थान के उदयपुर में हुई कन्हैया लाल की हत्या मामले में रोज नए खुलासे हो रहे हैं। इसी क्रम में उनकी दुकान पर काम करने वाले राजकुमार शर्मा ने भी मीडिया के सामने आकर उस दिन की हकीकत और उससे पहले मिल रही धमकियों के बारे में बताया है। राजकुमार के बयान से इस मामले में एक बुर्का कनेक्शन भी निकल कर आया है।
कन्हैया लाल की दुकान में काम करने वाले राजकुमार ने इस्लामी कट्टरपंथियों के डर से अपना मुँह ढकते हुए आजतक को बताया कि घटना से पहले भी कन्हैया लाल को मौत की धमकियाँ दी जा रही थीं। उनके अनुसार कुछ दिन पहले एक बुर्का पहने एक महिला और एक आदमी दुकान पर आए थे। जिन्होंने कन्हैया लाल को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी।
राजकुमार शर्मा ने बताया कि जिस समय हत्यारों ने दुकान में एंट्री की उस समय वो लोग काम में लगे थे। हत्यारों ने कहा कि उन्हें कुर्ता फिट कराना है। इसके बाद उन लोगों ने अपना नाप दिया और फिर बोले कि एक और कुर्ता है। इतना कहकर वो अपना बस्ता खंगालने लगे। थोड़ी देर में ही उन्होंने अंदर से हथियार को निकाला और लगातार वार करना शुरू कर दिया।
राजकुमार बताते हैं कि जब कन्हैया लाल की चीखने की आवाज आई तो वह लोग बाहर निकले और बचाओ-बचाओ चिल्लाने लगे। लेकिन कोई मदद को आगे नहीं आया तो फिर राजकुमार ने खुद मोहम्मद रियाज को धक्का दिया। रियाज ने इसके बाद राजकुमार पर भी हमला किया पर वो खाली चला गया। वहीं ईश्वर को जो मारा उसकी वजह से उसके पीछे चोट आई।
राजकुमार ने इसी बातचीत में पूछा गया कि ये जो बातें कही जा रही हैं कि दुकान की रेकी हुई थी। एक बुर्काधारी औरत और एक व्यक्ति ने आकर धमकी दी थी। ये सब बातें सच हैं क्या? इस पर राजकुमार ने कहा कि ये बात बिलकुल सही है। कुछ दिन पहले एक औरत और एक आदमी आए थे जिन्होंने कहा था, “तुमने हमारे पैगंबर के बारे में बोला। हम तुम्हारा गला काट देंगे।”
कन्हैया लाल हत्याकांड
उल्लेखनीय है कि 28 जून को कन्हैया लाल की निर्मम हत्या को उदयपुर स्थित उनकी दर्जी की दुकान में अंजाम दिया गया था। दोनों कट्टरपंथी कुर्ता सिलवाने के बहाने 2611 नंबर प्लेट की बाइक से आए और कुछ ही देर में कन्हैया लाल का सिर कलम करके फरार हो गए। घटना के बाद उन्होंने वीडियो जारी की थी। साथ ही पीएम मोदी को धमकी दी थी।