कन्हैया लाल हत्याकांड (Kanhaiya lal murder) के मुख्य गवाह राजकुमार शर्मा की हालत गंभीर है। उन्हें ब्रेन हेमरेज हो गया है। राजस्थान के उदयपुर में मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद ने 28 जून 2022 को दुकान में घुसकर कन्हैया लाल का गला काट डाला था। राजकुमार जब उन्हें बचाने आए तो उन पर भी हमला किया गया जो खाली चला गया।
हत्याकांड के मुख्य चश्मदीद राजकुमार शर्मा (Rajkumar Sharma) का उदयपुर के एमबी अस्पताल में सोमवार (3 अक्टूबर 2022) रात ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन करीब पाँच घंटे तक चला। डॉक्टरों के मुताबिक, राजकुमार को होश में आने में कम से कम 2 दिन का समय लग सकता है। इस बीच राजकुमार शर्मा की पत्नी ने बताया है कि कन्हैयालाल की हत्या के बाद से ही उनके पति सदमे में चल रहे थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सोमवार को राजकुमार शर्मा की तबीयत अचानक बिगड़ने के बाद उन्हें एमबी अस्पताल लाया गया। वहाँ जाँच में राजकुमार के ब्रेन हेमरेज होने की जानकारी सामने आई। राजकुमार शर्मा की पत्नी पुष्पा शर्मा ने बताया, “कन्हैयालाल की हत्या के बाद से मेरे पति तनाव में थे। तीन महीने बाद मेरी बेटी की शादी होनी है। प्रशासन की ओर से प्राइवेट नौकरी लगवाई गई, लेकिन बहुत कम वेतन दिया गया। मेरे पति को इस हत्याकांड का मुख्य गवाह बनाया गया, लेकिन पिछले 3 महीने में हमारे परिवार पर क्या बीती है, वह सिर्फ हम ही समझ सकते हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “हत्याकांड से पहले राजकुमार को किसी तरह की कोई बीमारी नहीं थी। वह सिर्फ एक गवाह बन कर रह गए हैं। एक पिता और पति नहीं बन पाए। वह कड़ा परिश्रम और मेहनत करके अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे, लेकिन अब नहीं कर पा रहे हैं। उनके ऊपर परिवार की जिम्मेदारियाँ है। इन हालातों में बेटी की शादी कैसे होगी यही सोचकर वह अंदर ही अंदर परेशान रहते थे। इस हत्याकांड के बाद से उनकी हालत बिगड़ती चली गई और ब्रेन हेमरेज हो गया। प्रशासन की तरफ से इस मामले के बाद में हमें सुरक्षा मिली हुई है, लेकिन उससे हमारा पेट नहीं भरता। सरकार को हमारी मदद करनी चाहिए। हमारे बच्चों को सरकारी नौकरी और आर्थिक सहायता देनी चाहिए।”
उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या
उदयपुर में 28 जून 2022 को मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद कपड़ा सिलवाने के बहाने से कन्हैया लाल की दुकान में घुसे और उनकी बर्बर तरीके से हत्या कर दी। कन्हैया लाल के टेलर शॉप में राजकुमार आठ साल से काम कर रहे थे। हमले में उनका एक साथी ईश्वर घायल भी हो गया था। हत्या के बाद राजकुमार ने आजतक को बताया था कि घटना से पहले भी कन्हैया लाल को मौत की धमकियाँ दी जा रही थी। हत्या से कुछ दिन पहले बुर्का पहनी एक महिला और एक आदमी दुकान पर आए थे। उन्होंने कन्हैया लाल को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी।