उत्तर प्रदेश (UP) के बिजनौर जिले में सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल ने गाँव के प्रधान पर अपना हाल उदयपुर के कन्हैयालाल जैसा हाल करने की धमकी देने का आरोप लगाया है। पीड़ित का नाम रोहिताश सिंह सैनी है जिन्होंने खुद को प्रधान से डरा हुआ बताया है। इस बावत प्रिंसिपल ने स्थानीय थाने, SDM और अपने अन्य उच्चाधिकारियों को शिकायत भेजी है। प्रिंसिपल ने यह शिकायत 16 जुलाई 2022 (शनिवार) को की है।
प्रिंसिपल ने अपनी शिकायत व्हाट्सएप के माध्यम से पुलिस और अन्य अधिकारियों को भेजी है। इस शिकायत में प्रिंसिपल ने लिखा, “मैं प्राथमिक विद्यालय शिवाला खुर्द, ब्लाक नूरपुर जिला बिजनौर में प्रधानाध्यापक के पद पर हूँ। यहाँ के ग्राम प्रधान मोहम्मद जाबिर 15 जुलाई 2022 (शुक्रवार) को 5-6 आदमी लेकर स्कूल में आए और डरा धमका कर स्कूल की तीनों पासबुक ले गए। बोल रहे थे कि हम बैंक में एंट्री करवा कर शाम को वापस कर देंगे, लेकिन अभी तक उन्होंने एक भी पासबुक वापस नहीं की। प्रधान जाबिर सरकारी आदेशों का उल्लंघन करके अपना नियम चलाना चाहते हैं।”
अपनी शिकायत में प्रिंसिपल ने आगे लिखा, “प्रधान जाबिर सभी सरकारी कर्मचारियों को अपना चपरासी बताते हैं। वो खुद को गाँव का राजा कहते हैं। वो मुझे पिछले 15 अगस्त 2021 से लगातार टॉर्चर कर रहे हैं। तब प्रधान के 20 मिनट देर से आने के चलते मैंने 9 बजे झंडा फहरा दिया था। इसको जाबिर ने तबसे अपनी इज्जत का सवाल बना लिया और हर दिन मेरे खिलाफ कोई न कोई साजिश रच रहे हैं। वो मुझे कन्हैया लाल का हवाला देकर धौंस देते हैं और नौकरी करने के साथ जीने की कला सिखाने को कहते हैं।”
अपनी शिकायत के साथ प्रिंसिपल रोहिताश ने पासबुक के बिना प्रेरणा पोर्टल पर हिसाब अपलोड होने में आ रही दिक्कत को बताया है। इसी के साथ प्रधान जाबिर पर खुद को मानसिक तनाव देने, सरकारी काम में बाधा डालने व सफाईकर्मी को भी स्कूल में आने से रोकने का आरोप लगाया है। शिकायत में प्रिंसिपल ने उच्चधिकारियो से मार्गदर्शन के साथ खुद के भयमुक्त हो कर ड्यूटी करने के लिए आरोपित जाबिर पर उचित कार्रवाई की माँग की है।
इस स्कूल के एक फोटो में प्रार्थना के दौरान कई छात्रों ने सिर पर टोपी पहन रखी हुई है जबकि कुछ छात्राओं ने हिजाब जैसा कपड़ा पहना है।
ऑपइंडिया से बात करते हुए प्रिंसिपल ने कहा, “मेरी उम्र लगभग 59 साल है। मैं इसी स्कूल में लगभग 7 वर्ष से प्रिंसिपल हूँ। मेरे साथ बस एक अन्य अध्यापक हैं। मेरे साथ बच्चों के सामने ही बदतमीजी की जाती है। पहले कभी ऐसी समस्या नहीं आई। इससे पहले ग्राम प्रधान हिन्दू थे। अब तो स्कूल जाने में डर लगता है। भगवान् का नाम ले कर स्कूल जाता हूँ मैं। प्रधान जाबिर के पार्टी विशेष से जुड़े हुए हैं। प्रधान से यहाँ की आंगनबाड़ी और पूर्व सेक्रेटरी भी परेशान हैं। सेक्रेटरी और आंगनबाड़ी दोनों हिन्दू हैं। सेक्रेटरी ने तो हार कर अपना ट्रांसफर भी करवा लिया क्योंकि जाबिर अपने ही परिवार वालों के मकान बनवाने की जिद पर अड़ा था। हालाँकि ये दोनों डर कर सामने नहीं आएँगे।”
प्रिंसिपल के मुताबिक मैंने काम की व्यस्तता के चलते व्हाट्स एप पर सभी को प्रार्थना पत्र भेजा है। अभी तक FIR दर्ज नहीं हुई है। मुझे अलग से भी धमकी दी जा रही है जिस से मैं खाना भी नहीं खा पा रहा। उन्होंने कहा, “मैं भी यहीं का स्थानीय निवासी हूँ। मुझसे हर महीने 5 हजार रुपए की रंगदारी माँगी जा रही है। प्रधान गाँव के साथ स्कूल में जो अन्य लोग यहाँ आए थे उनके नाम शमीम अहमद, सरताज और इशरत सैफी हैं। शमीम अहमद जाबिर का चचेरा भाई है।”
ऑपइंडिया ने इस पूरे मामले में प्रधान जाबिर का पक्ष जानने का प्रयास किया तो उन्होंने फोन काट दिया। जाबिर का पक्ष आने के बाद उसे खबर में अपडेट किया जाएगा। SHO शिवाला खुर्द ने बताया, “मामले की जाँच की जा रही है। जो भी जाँच में दोषी पाया गया उस पर कार्रवाई की जाएगी।” SDM चाँदपुर ने फोन नहीं उठाया। उनका भी वर्जन आने के बाद खबर में जोड़ा जाएगा।