उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए भगदड़ हादसे की जाँच के बाद यूपी पुलिस ने 6 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। वहीं मामले में मुख्य आरोपित की तलाश जारी है। मुख्य आरोपित सेवादार देव प्रकाश मधुकर है जिसे खोजने के लिए पुलिस ने 1 लाख रुपए का इनाम रखा है। कहा जा रहा है कि पुलिस जल्द ही उसके विरुद्ध गैर जमानती वारंट जारी करवा सकती है।
आईजी शलभ माथुर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस मामले में मीडिया को हालिया कार्रवाई से अवगत कराया है। उन्होंने कहा कि आरोपितों को पूछताछ के बाद अरेस्ट किया गया है। यह लोग आयोजन समिति के सदस्य थे लेकिन घटना के बाद मौके से फरार हो गए थे। गिरफ्तार आरोपितों में 2 महिलाएँ भी शामिल हैं।
पुलिस को जाँच में पता चला है कि ये लोग खुद ही भीड़ को नियंत्रित करने का काम करते थे। प्रशासन से मदद नहीं लते थे। घटना वाले दिन भी यही हुआ। मगर भगदड़ में जब हालात अनियंत्रित हुए तो ये मौके से भाग गए और लोगों को वीडियो बनाने से रोकने लगे।
इस मामले में पुलिस ने यह भी बताया कि फिलहाल भगदड़ में मरे 121 लोगों की पहचान हो गई है। वहीं जिला मजिस्ट्रेट आशीष कुमार ने बताया कि इन 121 शवों में 21 शवों को आगरा, 28 को एटा, 34 को हाथरस और 38 को अलीगढ़ लेकर जाया जाएगा।
बता दें कि 2 जुलाई को हुई इस घटना की बाबत यूपी सरकार ने जाँच हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय टीम को दी है। पैनल को दो महीने में अपनी रिपोर्ट सौंपनी है। वहीं योगी आदित्यनाथ खुद भी हाथरस का दौरा किए और घायलों से मुलाकात थी।
इस दौरान उन्होंने सवाल किया था कि जिनकी वजह से भीड़ इकट्ठा हुई उनका नाम एफआईआर में क्यों नहीं है। इस पर उन्हें कहा गया ता कि प्रथम दृष्टया में आयोजकों पर केस हुआ है। आगे जो जो इस केस में जिम्मेदार पाया जाएगा सब पर कार्रवाई होगी।