उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में पुलिस ने मुठभेड़ के बाद अवैध हथियार की सप्लाई करने वाले एक गैंग का भंडाफोड़ किया है। गैंग के दो सदस्य गिरफ्तार हुए हैं, जबकि दो भागने में सफल रहे। बदमाशों के पास से हथियारों का जखीरा भी बरामद किया गया है।
बदमाशों के पास से 11 पिस्टल, 21 तमंचे तथा अधबने हथियार और फैक्ट्री के उपकरण बरामद हुए हैं। इस गैंग का सरगना बुलंदशहर का नवेद पठान है। नवेद पठान राजनीति में भी सक्रिय है। वह शिवपाल यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का जिलाध्यक्ष भी रह चुका है।
हापुड़ पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन ने प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि गिरफ्तार आरोपित पहले मेरठ में काम करते थे, लेकिन पुलिस की भनक लगने के चलते इन लोगों ने बहादुरगढ़ क्षेत्र में उपकरण बनाने का कार्य शुरू किया। इनके बड़ी-बड़ी कंपनियों से संबंध हैं और ये लोग 70 से 80 हजार में पिस्टल और 2 से 10 हजार तक तमंचे की बिक्री करते हैं। अधिकारी ने बताया कि इनके तार काफी दूर-दूर तक फैले हैं और कई सहयोगियों के नाम पूछताछ में सामने आए हैं। अन्य बदमाशों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पुलिस अधीक्षक के अनुसार हथियार तस्करों ने अपना नाम गालिब खां, नवेद अहमद खां, रिजवान, रहीसुद्दीन सैफी बताया है। फरार आरोपितों के नाम निखिल और दिलशाद बताए जा रहे हैं।
इसके अलावा मेरठ पुलिस ने 24 घंटे के अभियान में अलग-अलग स्थानों से अवैध हथियारों का जखीरा बरामद किया है। मामले में 140 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार 239 असलहा बरामद किए गए और तीन तमंचा फैक्ट्री पकड़ी गई है। यह मेरठ पुलिस की अब तक की एक दिन में सबसे बड़ी बरामदगी है। इनमें से एक आरोपित फुरकान पर पूर्व में सवा लाख रुपयए का इनाम भी रखा जा चुका है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अजय साहनी और पुलिस अधीक्षक (एसपी) सिटी डॉ. अखिलेश नारायण ने पुलिस को मिली इस कामयाबी के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पकड़े गए आरोपित दिल्ली एनसीआर के अलावा विभिन्न राज्यों में हथियारों की सप्लाई करते थे। साथ ही आने वाले पंचायत चुनाव के लिए हथियारों की खेप तैयार कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि सबसे ज्यादा 52 तमंचे ब्रह्मपुरी पुलिस ने पकड़े हैं। जिले में 250 से अधिक तमंचे, देसी बंदूक, भारी संख्या में अधबने तमंचे बरामद किए गए हैं। एसएसपी का कहना है कि आरोपितों से पूछताछ में पता चला है कि लॉकडाउन में आरोपित तमंचे ऑन डिमांड बनाते थे। मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बिजनौर, शामली, बागपत, बुलंदशहर और आसपास के जिलों में ऑन डिमांड सप्लाई किए जा रहे थे। जो लोग फरार हैं उनकी गिरफ्तारी के लिए भी पुलिस दबिश दे रही है।