उत्तर प्रदेश के मेरठ से हनी ट्रैप कर उगाही करने वाला ऐसा गिरोह पकड़ा गया है, जो अमीर लड़कों की पहचान करता, उन्हें अपने ट्रैप में फाँसता और फिर लाखों की उगाही करता। इस गिरोह का मास्टरमाइंड फिरोज नाम का युवक है, जिसमें हिंदू पहचान के साथ सुमैया खान उर्फ शालू लड़कों से संबंध बनाती थी और फिर फिरोज के साथ रुहीना खान उर्फ सिमरन और बाकी के सदस्य उगाही किया करते थे। खास बात ये है कि गिरोह अधिकतर हिंदू लड़कों को अपनी जाल में फंसाता था। हालाँकि मेरठ में जिस काँड में वो पकड़े गए, उन्होंने तब आकिल नाम के मुस्लिम युवक को अपना शिकार बनाया था।
ये मामला तब खुला, जब मेरठ के परतापुर थाने में ये गिरोह खुद ही पहुँच गया और रेप का मुकदमा दर्ज करने का दबाव बनाने लगा परतापुर पुलिस को शक होने पर जब कड़ाई से पूछताछ की गई, तब हनी ट्रैप का मामला सामने आ गया। इस दौरान गैंग के सदस्यों ने भागने की भी कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। पुलिस ने कुल 7 लोगों को गिरफ्तार किया है और गिरोह के पास से कार, बाइक, नकली आधार कार्ड व सात मोबाइल बरामद किए हैं।
जानकारी के मुताबिक, रात के वक्त गैंग की सदस्य दिल्ली की रहने वाली सुमैया शालू बनकर और दूसरी महिला रूहीना रेकी किए गए नंबर पर मिस्ड कॉल करती थी। मिस्ड कॉल देखकर सामने वाला व्यक्ति कॉल करता था तो उसे सॉरी बोलकर फोन रख दिया जाता था। लेकिन इसके बाद फिर मैसेज या मिस्ड कॉल की जाती थी और यहीं से बातों का सिलसिला आगे बढ़ाया जाता था। मीठी-मीठी बातें करके लोगों को धीरे-धीरे जाल में फंसाया जाता था।
ये गैंग बेहद ही शातिर है, मिस्ड कॉल से शुरू हुई दोस्ती झूठे प्यार में बदलकर अवैध संबंधों तक पहुँच जाती थी। कई बार अवैध संबंध बनने के बाद पैसे की डिमांड शुरू होती थी। जब तक पैसा आ रहा है तो ठीक नहीं तो फिर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराने की धमकी और या मुकदमा दर्ज कराकर ब्लैकमेलिग की डील शुरू होती थी।
एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि परतापुर थाना क्षेत्र के एक शादीशुदा युवक ने रिपोर्ट दर्ज कराई। उसने बताया कि कुछ दिन पहले उसके मोबाइल पर एक महिला का फोन आया। महिला ने किसी जरूरी काम से मिलने की बात कही। युवक ने उसका फोन काट दिया। कुछ समय बाद युवक ने महिला को कॉल करके पूछा कि उसका नंबर कहां से मिला है। महिला ने बताया कि आपका नंबर मेरी सहेली रूहीना उर्फ सिमरन ने दिया है। फोन पर बात करते-करते दोनों दोस्ती की बात करने लगे। महिला ने अपना नाम शालू शर्मा बताया। तीन सितंबर की शाम छह वो युवक से मिलने के लिए मेरठ आ गई।
दिल्ली रोड रिठानी स्थित व्यू बैली होटल में दोनों ने कमरा लिया। युवक ने महिला से शारीरिक संबंध बनाए। होटल से बाहर आए तो शालू ने कहा कि यहां तो मेरे भइया, भाभी आ गए हैं। होटल के बाहर एक स्विफ्ट गाड़ी और बाइक खड़ी थी। उन लोगों ने युवक को जबरदस्ती गाड़ी में डाल लिया। दिल्ली रोड पर काफी देर तक घुमाते रहे। पिटाई करते हुए 50 लाख रुपये की माँग करने लगे। पैसे नहीं देने पर जान से मारने और दुष्कर्म के मुकदमे में फंसाने की धमकी दी। बाद में मामला 10 लाख रुपए में सेट हो गया। लेकिन जब पैसा नहीं मिला, तो दबाव बनाने के लिए युवक अकील को लेकर ये गिरोह परतापुर पुलिस थाने पहुँच गया।
परतापुर थाने पहुँचकर शालू शर्मा ने बताया कि वह यमुना नगर की निवासी है और परतापुर के युवक ने झांसे में लेकर मेरठ बुलाकर उससे रेप किया। बातचीत के दौरान दरोगा मोहित सक्सेना को शक हुआ। पुलिस ने युवक को बुलाया और दूसरी ओर होटल में जांँच शुरू की गई। इस दौरान शालू के साथ भाई-भाभी बनकर आए दोनों लोग थाने से निकल भागे। पुलिस ने पीछा करके इन्हें परतापुर फ्लाईओवर के पास दबोच लिया। जांच शुरू हुई और पीड़ित को थाने लाकर पूछताछ की तो उसने अगवा करने और 50 लाख रुपये की रकम मांगने की बात बताई। इसके बाद खुलासा हुआ कि यह पूरा गैंग हनीट्रैप में फंसाकर लोगों से वसूली करता है।
पुलिस की जांच में हनीट्रैप गैंग का बड़ा खुलासा हुआ। पता चला कि दिल्ली, वेस्ट यूपी, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और हिमाचल समेत कई राज्यों में यह गैंग सक्रिय है। 50 से ज्यादा लोगों को यह गैंग हनीट्रैप में फंसाकर वसूली कर चुका है। इस गिरोह में कई महिलाएं और अलग अलग जिलों के लोग शामिल हैं। लोगों को झांसे में लेकर गैंग की महिलाएं यौन संबंध बनाती थी। इसके बाद पीड़ित को उठाकर मुकदमे की धमकी दी जाती और वसूली की जाती थी। हालाँकि मेरठ में इस गिरोह का भंडाफोड़ हो गया।
आकिल की तहरीर पर अपहरण, रंगदारी, धमकी देने समेत कई गंभीर धारा में मुकदमा दर्ज किया है। महिला ने बनवाया हुआ था फर्जी आधार कार्ड महिला के पास से पुलिस ने तलाशी में शालू शर्मा नाम का आधार कार्ड बरामद हुआ। इस आधार कार्ड में छेड़छाड़ कर बनाया गया था। पुलिस ने इस आधार पर बाकी धाराएं भी बढ़ाई हैं। बताया गया कि ये गिरोह अधिकतर हिंदू युवकों को शिकार बनाता था, लेकिन आकिल के मामले में इनकी पोल खुल गई और पकड़े गए।
पुलिस ने इस मामले में 1-आसिफ निवासी बी-426 गली-8, राजीव नगर थाना हर्ष विहार पूर्वी दिल्ली, 2-फिरोज निवासी सी-306 राजीव नगर बैक कालोनी मंडावली, थाना हर्ष विहार दिल्ली, 3-फहीम निवासी 8/जी शहीदनगर साहिबाबाद , गाजियाबाद, 4-अनिकेत निवासी सैनिक कॉलोनी, कसेरूखेडा, थाना लालकुर्त्ती मेरठ 5. दीपक निवासी डीलना, थाना भोजपुर गाजियाबाद के साथ ही सुमैया खान उर्फ शालू शर्मा, रुहीना खान उर्फ सिमरन निवासी दिल्ली को गिरफ्तार किया है।
एसपी सिटी मेरठ आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि इस गिरोह के पास से जो मोबाइल फोन बरामद हुए हैं उसमें कुछ वीडियो भी मिली हैं जबकि काफी वीडियो गैंग की महिलाओं ने डिलीट भी कर दी थी। पूरे गैंग से पूछताछ में कई बड़ी जानकारियाँ हाथ लगी हैं। कितने लोगों को निशाना बनाया और कितना पैसा ठगा इसकी जाँच कर रहें हैं। हनी ट्रैप में फंसाकर कितने लोगों पर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया गया है, उसकी भी जाँच की जा रही है।