उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में आयोजित भाजपा की रैली में एक मुस्लिम युवक के ‘जय श्रीराम’ व ‘भारत माता की जय’ कहने पर देवबंद के उलेमा नाराज हो गए हैं। देवबंद के उलेमा मुफ़्ती असद कासमी का कहना है कि इस शख्स को मौलानाओं से मिलकर रुजू और अल्लाह से तौबा करना चाहिए। इस कट्टरपंथी सलाह से बेफिक्र युवक अहसान राव ने कहा कि श्रीराम उनके पूर्वज हैं और उन्हें ‘जय श्रीराम’ और ‘भारत माता की जय’ बोलने से कोई गुरेज नहीं है।
दरअसल, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शनिवार (4 दिसंबर) को सहारनपुर में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान एक मुस्लिम युवक जय श्रीराम और भारत माता की जय के नारे लगाने लगा। उसका यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
इस वीडियो के सामने आने के बाद अहसान राव की खूब वाह-वाही हो रही है। दूसरी तरफ, देवबंद के उलेमा मुफ़्ती असद कासमी का कहना है कि इस्लाम के अंदर इस तरह के नारे लगाने की कोई गुंजाइश नहीं है। इस शख्स को मौलानाओं से मिलकर रुजू करना चाहिए और अल्लाह से तौबा करना चाहिए, क्योंकि इस तरह के नारे लगाने से इस्लाम से जाया हो जाता है। साथ ही उन्होंने कहा कि अपने दुनियावी आकाओं को खुश करने के लिए इस तरह के नारे नहीं लगाने चाहिए। उन्होंने अहसान को इस्लाम से खारिज करने की भी धमकी दी।
इस प्रतिक्रिया देते हुए राव का कहना है, “हम राम के वंशज हैं। राम हमारे पूर्वज हैं। जय श्रीराम बोलने में या भारत माता की जय बोलने में मुझे इसमें कोई आपत्ति नहीं है। जिस मुल्क में हम रह रहे हैं, उसकी जय-जयकार करनी चाहिए।”
सहारनपुर में मुस्लिम युवक के जयश्री राम का नारा लगाने पर देवबंद को ऐतराज, युवक बोला-हम तो श्रीराम के वंशज pic.twitter.com/BI5rKaH4N2
— Dharmendra Pandey (@Dharm0912) December 5, 2021
वहीं, उलेमा द्वारा इस्लाम से खारिज किए जाने की बात पर उन्होंने कहा, “उनका अपना काम है, लेकिन मैं अपने काम को अंजाम दे रहा हूँ। मेरे अल्लाह भी जानते हैं और कौन क्या बोल रहा है। मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। मेरी जानकारी के अनुसार अभी तक दारुल से इस तरह की बात सामने नहीं आई है। जब कोई आएगी, मैं बात करूँगा।”
सहारनपुर में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उन्होंने स्टेट यूनिवर्सिटी का शिलान्यास किया था और जनसभा को संबोधित करते हुए योगी सरकार की तारीफ की थी। गौरतलब है कि अगले कुछ महीनों में ही उत्तर प्रदेश में विधनसभा के चुनाव होने हैं। भाजपा सत्ता में दोबारा लौटने के लिए ताबड़तोड़ रैलियाँ कर रही है। वहीं, सपा प्रमुख अखिलेश यादव और कॉन्ग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी भी जनता के बीच पहुँच रहे हैं और जनता को लुभाने की हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं।