उत्तर प्रदेश की योगी सरकार राज्य में गायों को समय पर चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने के लिए पुलिस की आपात हेल्पलाइन सेवा ‘डायल 112’ तर्ज पर अभिनव एंबुलेंस सेवा शुरू करने जा रही है। यूपी के डेयरी, मत्स्य पालन एवं पशुपालन मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी ने रविवार (14 नवंबर 2021) को मथुरा में बताया कि राज्यव्यापी स्तर पर इस सेवा को शुरू करने के लिए 515 एंबुलेंस तैयार कर ली गई है। प्रत्येक एंबुलेंस में एक पशु चिकित्सक और पशु चिकित्सा स्टाफ के दो सदस्य होंगे।
उन्होंने बताया कि यह सेवा 24 घंटे उपलब्ध रहेगी तथा इसके लिए लखनऊ में एक कॉल सेंटर बनाया जाएगा। इस सेवा के लिए जो भी कॉल करेगा उसके पास 15 से 20 मिनट में एंबुलेंस पहुँच जाएगी। इस सेवा को अगले माह दिसंबर तक शुरू कर दिया जाएगा।
इसके अलावा मंत्री ने बताया कि गाय के नस्ल सुधार कार्यक्रम के अन्तर्गत पशुपालकों को तीन बार मुफ्त गर्भाधान कराने की सुविधा दी जाएगी। गाय के शत प्रतिशत गर्भाधान को सुनिश्चित करने वाली अत्याधुनिक भ्रूण ट्रांसप्लांट तकनीक को भी अमल में लाए जाने की तैयारी है। इससे बाँझ गाय भी अधिक मात्रा में दूध देने लगती है।
उन्होंने बताया कि बाराबंकी में इस तकनीक के सफल प्रयोग के बाद इस तकनीक को सभी जिलो में चालू किया जा रहा है। चौधरी ने कहा कि इसके अन्तर्गत एक गाय के उन्नत सीमेन से तैयार भ्रूण को 8-10 गायों में रख दिया जाता है। इसकी विशेषता यह है कि इससे गाय शत-प्रतिशत गर्भवती होती है और इससे पैदा हुई बछिया कम से कम 20 किलो दूध देगी।
उन्होंने कहा कि इससे किसान को आवारा जानवरों की समस्या से निजात मिल सकेगी, क्योंकि कोई किसान अधिक दूध देने वाली बछिया को खुला नहीं छोड़ सकेगा। मंत्री ने कहा कि पाइलट प्रोजेक्ट के रूप मे इस योजना को पहले मथुरा समेत आठ जिलों में शुरू किया जाएगा। गौरतलब है कि राज्य में गायों की सर्वाधिक संख्या मथुरा में है।
लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कहा कि राज्य के इतिहास में पहली बार योगी आदित्यनाथ सरकार ने आवारा पशुओं को रखने के लिए गोशालाओं को फंड दिया। बता दें कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार राज्य में गोशालाओं के रखरखाव पर सालाना करोड़ों रुपये खर्च करती है। योगी आदित्यनाथ प्रशासन ने राज्य में गोशालाओं के रखरखाव के लिए 647 करोड़ रुपए आवंटित कर चुकी है।