उत्तर प्रदेश के बदायूं से भाग कर एक दरोगा की बेटी उत्तराखंड के हरिद्वार जाकर अपने लिए सुरक्षा माँग रही है। लड़की का आरोप है कि उसके पिता इदरीस खान अपने ही बड़े भाई के बेटे वकार यूनुस (रिश्ते में भाई) से उसका निकाह कराने चाहते थे। लेकिन वह लगातार उत्पीड़न और यौन शोषण से तंग आकर घर से भाग आई।
अब उसके पिता ने उसे ढूँढने के लिए गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई है। वहीं पीड़ित लड़की ने प्रधानमंत्री से गुहार लगाई है कि उसे उसके परिजनों से बचाने के लिए सुरक्षा मुहैया करवाई जाए।
लड़की का आरोप है कि बरेली के आईजी कार्यालय में कार्यरत उसके पिता इदरीस खान के कारण पूरा प्रशासन उसे उत्तराखंड से वापस यूपी ले जाने का दबाव बना रहा है। मगर वह किसी भी कीमत पर वापस नहीं लौटना चाहती हैं। उसका आरोप है कि उससे कहा जा रहा है कि बजरंग दल के जो लोग उसे समर्थन कर रहे हैं, उन सबका एनकाउंटर करवा दिया जाएगा।
युवती की सोशल मीडिया पर वीडिया भी सामने आई है। इसमें वह आपबीती सुना रही है। इससे पता चल रहा है कि उसने हिंदू धर्म में खुद को परिवर्तित कर लिया है और पिता की मर्जी से निकाह करने के ख़िलाफ़ है। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि युवती ने ये भी कहा है कि उसकी माँ हिंदू थी, जबकि पिता मुस्लिम हैं।
उसने आगे आरोप लगाया कि माँ की हत्या करने के बाद पिता उसका जबरन निकाह कराना चाहते हैं। ऐसे में परिवार के चंगुल से छूट कर वह किसी तरह विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल कार्यकर्ताओं के पास पहुँची और फिर मंगलवार को युवती को हरिद्वार कोतवाली लाया गया।
पुलिस के सामने भी उसने सभी आरोप दोहराते हुए सुरक्षा माँगी। युवती ने कहा कि दरोगा पिता इदरीस खान के अलावा उनके बड़े भाई व बेटों (रिश्ते में लड़की के भी भाई) के उत्पीड़न से तंग आकर 5 नवंबर को वह अपनी मर्जी से घर छोड़ आई थी।
बता दें कि एक ओर जहाँ यूपी से हरिद्वार पहुँची बदायूं पुलिस का कहना है कि लड़की के घरवालों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई हुई है। वहीं लड़की ने खुद को बालिग बताते हुए स्पष्ट तौर पर बदायूं लौटने से इंकार कर दिया है।
उसका कहना है कि उसने अपनी मर्जी से घर छोड़ा है, जिसकी सूचना उसने बदायूं के डीएम और एसएसपी के अलावा महिला आयोग और सीएम पोर्टल पर भी दी थी। उसे डर है कि उसके पिता अपनी पोस्ट का गलत इस्तेमाल करके उसकी हत्या भी करवा सकते हैं। उसने मीडिया के जरिए पीएम से गुहार लगाई है।
रिपोर्ट्स के अनुसार पुलिस अधिकारी अमरजीत सिंह ने बताया कि युवती के परिवार ने बदांयू में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई हुई है। लेकिन युवती घर नहीं जाना चाहती है। इसलिए युवती को सिटी मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया है। कोर्ट के आदेश अनुसार अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।