उत्तर प्रदेश के बरेली में अवैध पटाखा फैक्टरी में बुधवार (2 अक्टूबर 2024) को जोरदार धमाका होने से पाँच घर जमींदोज हो गए। मलबे में दबने और झुलसने से महिला और उसके दो बेटों समेत पाँच की मौत हो गई है। इनमें से एक महिला की पहचान नहीं हो सकी है। हादसे में पाँच लोग घायल भी हुए हैं। वहीं, एक व्यक्ति लापता है। माना जा रहा है कि वह मलबे में दबा हो सकता है।
यह घटना बरेली के सिरौली थाना क्षेत्र के कल्याणपुर गाँव की है। यहाँ आबादी के बीच एक अवैध पटाखा फैक्ट्री चल रही थी। सिरौली के मोहल्ला कौवा टोला निवासी दो भाई नाजिम और नासिर शाह कल्याणपुर के रहमान शाह के घर में बगैर लाइसेंस के पटाखा फैक्टरी चलवा रहे थे। घटना के बाद स्थानीय बचाव दलों के साथ राज्य आपदा बचाव दल (एसडीआरएफ) बचाव कार्य में जुटा रहा।
बरेली के एसएसपी अनुराग आर्य के मुताबिक, इस फैक्ट्री में पटाखे बनाने के साथ ही यहाँ उनका भंडारण किया जाता था। जिस रहमान शाह के घर में यह पटाखा फैक्ट्री चल रही थी, उसका नाजिम दामाद है। बुधवार की शाम चार बजे हुई इस घटना से रहमान समेत उसके पड़ोसी मोहम्मद अहमद उर्फ पप्पू शाह, इसरार, रुखसार व बाबू शाह के घर भरभरा कर गिर गए हैं।
मकान के मलबे में दबने से रहमान की 44 वर्षीय बहू तबस्सुम और पड़ोसी रुखसार की 28 वर्षीय बीवी रुखसाना की मौत हो गई। इस बीच तबस्सुम के दो बेटे हसन (4) व शहजान (5) कहीं नजर नहीं आए तो मलबे को हटाया गया। मलबे में दोनों बच्चों की लाशें मिलीं। मलबे से एक अज्ञात महिला का भी शव मिला है। पुलिस इस बात का पता लगा रही है कि यह अज्ञात महिला कौन है।
रहमान के दामाद नाजिम का अभी भी पता नहीं चल सका है। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं, मलबों को हटाने का काम जारी है। धमाका इतना जोरदार था कि पाँच मकान जमींदोज होने के अलावा आसपास के कई घरों और धर्मस्थलों में दरारें आ गई हैं। कई घरों की खिड़कियों में लगे शीशे टूटकर बिखर गए।
एसएसपी अनुराग आर्य के अनुसार, 27 सितंबर 2024 से जिले में विस्फोटक लाइसेंस धारकों का सत्यापन अभियान शुरू किया गया है। इस सूची में लाइसेंस धारक नासिर शाह का भी नाम था। आरोपितों ने विस्फोटक सामग्री ससुराल में छिपा दी थी। इस मामले में एसएसपी अनुराग आर्य ने दारोगा देशराज सिंह व नाहर सिंह, सिपाही अजय व सुरेंद्र को निलंबित कर दिया है।
कहा जा रहा है कि बुधवार की शाम को रहमान शाह ने चाय बनाने को कहा तो फातिमा प्रथम तल पर रसोई में गई। वहाँ अचानक सिलेंडर फट गया। लपटें जैसे ही तीसरी मंजिल के कमरे में रखे पटाखों एवं बारूद तक पहुँचीं, तेज धमाके होने लगे। देखते ही देखते आसपास के मकान भरभराकर गिर गए। लोगों का कहना है कि धमाके के दौरान ईंटें 70 फीट तक उछल रही थीं।
सिरौली के नासिर के पास आतिशबाजी बनाने का लाइसेंस था, मगर वह आबादी के बीच मकान में ही यह काम करने लगा। 21 सितंबर को उसकी छत पर पटाखों के ढेर में आग लग गई थी। उस मामले में FIR दर्ज करके उसका लाइसेंस रद्द कर दिया गया था। उसके बाद वह भाई की ससुराल में आकर पटाखे बनाने लगा। पिछले 10 दिनों में दूसरी घटना की जाँच कराई जा रही। हादसे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी शोक संवेदना व्यक्त की है।